पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के बयान पर जनसेवी भावना पांडे ने खड़े किये सवाल, कही ये बात
देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के चारधाम यात्रा में भीड़ को लेकर दिये गए बयान पर सवाल ख़ड़े करते हुए इसकी जमकर निंदा की।
जनसेवी भावना पांडे ने मीडिया को दिये अपने बयान में कहा कि राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में आ रहे श्रद्धालुओं को भीड़ का नाम दे रहे हैं, जबकि उन्हें इन तीर्थ यात्रियों का स्वागत करना चाहिए तथा यात्रा मार्ग में यात्रियों के लिए सुविधाएं मुहैया करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देशभर से लोग अपनी श्रद्धा लेकर चारधाम की यात्रा पर आते हैं। अफसोस होता है कि राज्य के पर्यटन मंत्री श्रद्धालुओं का स्वागत करने के बजाय इस तरह के बयान देकर उनका अपमान कर रहे हैं।
भावना पांडे ने सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार औऱ उसके मंत्रियों को अच्छी तरह से पता है कि प्रत्येक वर्ष भारी संख्या में श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर आते हैं, ये कोई नई बात नहीं है। ऐसे में यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार को यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाएं, चिकित्सालय, शौचालय एवँ हेलीकॉप्टर आदि सभी जरूरी व्यवस्थाएं मुहैया करवानी चाहिए। तीर्थ यात्रियों की बढ़ती संख्या को देख बौखलाए सरकार के वरिष्ठ मंत्री इस तरह के गैरजिम्मेदाराना बयान देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते प्रतीत हो रहे हैं।
उन्होंने बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि आज देवभूमि उत्तराखंड में बाहर से आये लोग तेजी से घुसपैठ कर रहे हैं जिनमें भारी संख्या में रोहिंग्या एवँ बांग्लादेशी लोग शामिल हैं किंतु इनकी अवैध मौजूदगी पर सरकार के मंत्री चुप्पी साधे रहते हैं। मगर श्रद्धालुओं के चारधाम दर्शन को लेकर इनकी पीड़ा उजागर हो जाती है।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने सतपाल महाराज के उस बयान की भी घोर निंदा की है जिससे राज्य के वरिष्ठ मंत्री उत्तराखंड में दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर सेल्फी पॉइंट बनाने की बात कह रहे हैं। उन्होंने इसे सेल्फी पॉइंट नहीं बल्कि सुसाइड पॉइंट बताया। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि उत्तराखंड में अनेक महान हस्तियां हुई हैं, जिन्होंने देश एवं राज्य के लिए अपने जीवन की कुर्बानियां दी हैं, जिनमें दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत जैसे महान लोगों के नाम शामिल हैं। ऐसी महान हस्तियों के नाम पर चिन्हित स्थान बनाकर उन्हें सम्मान दिया जा सकता है, किन्तु भाजपा के नेता व मंत्रीगण उत्तराखंड में सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं।
जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि ये बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल रहने वाले इतने बड़े कद के मंत्री की सोच इतनी छोटी हो सकती है, जो मंत्रालय चलाने के लिए अपने करीबियों की सलाह पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इस बात का पुरज़ोर विरोध करती हैं।
उन्होंने पर्यटन मंत्री से बड़ा सवाल करते हुए कहा कि आपने पुरकुल से मसूरी व हाथीपांव तक करोड़ों रुपयों की लागत से रोपवे बनवाया वो भी सिर्फ मैगी खाने के लिए! जबकि देवभूमि में सैकड़ों ऐसे मन्दिर हैं जो जीणोद्धार एवँ विकास की बाट जोह रहे हैं लेकिन उनकी ओर देखना राज्य के मंत्री मुनासिब नहीं समझते। यदि इन सभी मंदिरों का सही ढंग से रखरखाव किया जाए तो राज्य के पर्यटन एवँ तीर्थाटन को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने मसूरी मार्ग पर बनाए गए रोपवे का कड़ा विरोध करते हुए इसे अनावश्यक व फ़िज़ूलखर्ची बताया। साथ ही इसमें भ्रष्टाचार का संदेह जताते हुए मंत्रियों व अधिकारियों पर कमीशनखोरी का आरोप लगाया।
उन्होंने उत्तराखंड के सम्मानित पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के अटपटे बयानों पर दुःख जाहिर करते हुए कहा कि वे उनके बयानों से काफी आहत हुई हैं। उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि रोपवे की जगह इतने रुपये बाबा केदारनाथ धाम को विकसित करने में लगाया होता तो आज श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना न करना पड़ता।