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पुलिस और सीआरपीएफ पर आतंकियों ने किया हमला, 3 जवान शहीद, 3 घायल

बारामूला। जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर इलाके में शनिवार शाम बड़ा आतंकी हमला हुआ। आतंकवादियों ने पुलिस और सीआरपीएफ की ज्वाइंट नाका पार्टी को निशाना बनाया। इसमें तीन जवान शहीद हो गए जबकि तीन अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हैं। एक हफ्ते में यह तीसरा मौका है, जब आतंकियों ने जवानों को निशाना बनाया है। हमले के बाद सेना ने पूरे इलाके को सील कर दिया है। सीआरपीएफ के पीआरओ पंकज सिंह ने तीन जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि तीन के अलावा किसी और जवान के शहीद होने की बात निराधार है।
सीआरपीएफ की ओर से जारी सूचना के मुताबिक हमले में शहीद जवान राजीव शर्मा बिहार के वैशाली से थे। उनकी उम्र 42 साल थी। दूसरे जवान सीबी भाकरे महाराष्ट्र के बुलढाना से थे। वह 38 साल के थे और सबसे कम 28 साल के परमार सत्यपाल सिंह गुजरात साबरकांठा से थे। हमले में घायल हुए दूसरे सीआरपीएफ जवानों की हालत स्थिर है।

शहीद राजीव शर्मा, बिहार।
शहीद सीबी भाकरे, महाराष्ट्र।
शहीद सत्यपाल सिंह, गुजरात।

 

कुछ दिनों से आतंकी गतिविधियों में इजाफा
कोरोनावायरस संकट के बीच पिछले कुछ दिनों से जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान भी लगातार सीमा पार से सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है। शुक्रवार को भी आतंकवादियों ने सीआरपीएफ की टुकड़ी पर हमला किया था। इसमें एक जवान घायल हो गया था। इसके अलावा शुक्रवार को ही दो अलग-अलग जगहों पर सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें चार आतंकवादियों को जवानों ने मार गिराया।

पिछले हफ्ते आतंकियों ने एसपीओ की हत्या की थी

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इसके अलावा किश्तवाड़ जिले में भी पिछले हफ्ते आतंकवादियों ने एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) की हत्या कर दी थी। इस दौरान एक अन्य पुलिस अधिकारी भी घायल हुआ था। इस घटना के दो आरोपियों को भी शुक्रवार को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया गया था।

कश्मीर में इस साल अब तक 12 एनकाउंटर
17 अप्रैल : राज्य में दो अलग-अलग जगहों पर मुठभेड़ हुई, इसमें चार आतंकी मार गिराए गए थे।
11 अप्रैल: कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, इसमें आतंकी हथियार छोड़कर भाग गए थे।
7 अप्रैल: सेना ने आमने-सामने की लड़ाई में 5 आतंकी मार गिराए थे। यह कश्मीर में साल का सबसे मुश्किल ऑपरेशन था। इसमें सर्जिकल स्ट्राइक कर चुकी पैरा यूनिट के 5 जवान शहीद हो गए थे।
4 अप्रैल: कुलगाम में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में हिजबुल के 4 आतंकियों को मार गिराया।
15 मार्च: अवंतीपोरा जिले के वटरीग्राम में सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को मार गिराया।
22 फरवरी: दक्षिण कश्मीर के संगम बिजबेहरा में जवानों और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। दो आतंकी मारे गए।
19 फरवरी: पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर के दौरान 3 आतंकियों को ढेर किया।
5 फरवरी: श्रीनगर के पास मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए थे, एक सीआरपीएफ जवान शहीद हुआ था। बाइक पर आए 3 आतंकियों ने सीआरपीएफ चैकपोस्ट पर फायरिंग की थी।
31 जनवरी: जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर ट्रक में छिपे 4-5 आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया था। ट्रक को नगरोटा के टोल प्लाजा पर चैकिंग के लिए रोका गया था। इसके बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया। मुठभेड़ के दौरान 3 आतंकी मारे गए, जबकि एक पुलिस जवान जख्मी हो गया। ट्रक का ड्राइवर पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आदिल डार का चचेरा भाई है और वही आतंकियों का मुख्य हैंडलर था।
25 जनवरी: पुलवामा जिले के अवंतीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें 2 पाकिस्तानी आतंकी कारी यासिर और बुरहान शेख मारे गए थे। यासिर जैश-ए-मोहम्मद का कश्मीर एरिया कमांडर था।
21 जनवरी: पुलवामा जिले के अवंतिपोरा में मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए थे। सेना का एक जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एसपीओ शहीद हुए थे।
20 जनवरी: शोपियां जिले में मुठभेड़ के दौरान हिजबुल मुजाहिदीन के 3 आतंकी मारे गए थे।

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