पंजाब के डीजीपी ने अभिनेता सलमान खान को लेकर किया ये बड़ा खुलासा
नई दिल्ली। पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने रविवार को कहा कि प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रचने वाले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के निशाने पर बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान भी थे। राज्य के पुलिस प्रमुख ने मीडिया को बताया कि मूसेवाला हत्याकांड के आरोपी कपिल पंडित से पूछताछ में पता चला है कि सलमान खान की हत्या को अंजाम देने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने संपत नेहरा और कनाडा स्थित भगोड़े गोल्डी बरार के जरिए उससे संपर्क किया था।
मूसेवाला हत्याकांड में महाराष्ट्र में गिरफ्तार किए गए संतोष जाधव और अजरबैजान में हिरासत में लिए गए सचिन थापन भी कथित तौर पर सलमान खान को निशाना बनाने वाले मॉड्यूल का हिस्सा थे।
29 मई को पंजाब के मानसा जिले में मूसेवाला की हत्या के कुछ दिनों बाद सलमान खान को धमकी मिली थी। यादव ने कहा, “उन्होंने विस्तृत रेकी की थी और उन्होंने मुंबई में काफी समय बिताया था और हम जांच में इस एंगल को भी सत्यापित करेंगे।” यहां तक कि मुंबई में एक टीम भी भेजेंगे।”
डीजीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पंडित ने खुलासा किया कि युवा अकाली नेता विक्की मिड्दुखेरा की हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के इशारे पर उसने पहले भी कई बार मूसेवाला की हत्या करने के लिए रेकी की थी।
पंडित को अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैरोल मिली थी और वह राजस्थान के चुरू जिले के अपने पैतृक गांव बेवड़ में एक व्यक्ति की हत्या के आरोप में तब से फरार है। डीजीपी ने कहा कि विदेश भाग गए गैंगस्टरों की गिरफ्तारी के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। नतीजतन, गैंगस्टर थापन को अजरबैजान में हिरासत में लिया गया है, और जल्द ही उसे भारत लाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में 24 आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया है। पंजाब पुलिस ने शनिवार को मूसेवाला हत्याकांड में छठे और आखिरी शूटर दीपक मुंडी को उसके दो सहयोगियों कपिल पंडित और राजिंदर जोकर के साथ पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया, जब वे नेपाल भागने का प्रयास कर रहे थे। इस ऑपरेशन को पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के साथ संयुक्त रूप से अंजाम दिया।
पंडित और जोकर ने आरोपी को हथियार और ठिकाने सहित साजो-सामान की मदद दी। एआईजी गुरमीत चौहान और डीएसपी बिक्रम बराड़ के नेतृत्व में एजीटीएफ की एक टीम शनिवार रात मुंडी और उनके दो सहयोगियों को हवाई मार्ग से पंजाब ले आई।