पंजाब पुलिस ने लाखों की दवाओं समेत गिरोह का सरगना दबोचा
सहारनपुर/चंडीगढ़। पंजाब पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पंजाब पुलिस ने शुक्रवार देर शाम एक अंतर-राज्यीय दवा ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक अवैध भंडारण गोदाम में छापेमारी की। इस दौरान 7 लाख से ज्यादा टैबलेट / कैप्सूल / फार्मा ओपिओइड के इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। पुलिस ने यूपी के सहारनपुर में आईटीसी के पास खलासी लाइन का रहने वाला आशीष विश्कर्मा जो इस गिरोह का मेन सप्लायर है, उसे भी गिरफ्तार किया है।
पंजाब के इन जिलों में करता था दवाएं सप्लाई
इस इंटर-स्टेट ड्रग कार्टेल का मेन सप्लायर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी पिछले पांच साल से पंजाब के फतेहगढ़ साहिब, एसएएस नगर, एसबीएस नगर, रूपनगर, पटियाला और लुधियाना सहित पंजाब के कई जिलों में अवैध रूप से इन दवाओं की सप्लाई कर रहा था। बता दें कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर पंजाब पुलिस द्वारा जारी ड्रग्स के खिलाफ मुहिम के बीच ये कार्रवाई सामने आई है।
छापेमारी में मिली लाखों दवाएं
रोपड़ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने Lomotil की 4.98 लाख गोलियां, Alprazolam की 97200 गोलियां, Proxyvon कैप्सूल 75,840, Avil की 21600 शीशियां, Buprenorphine के 16725 इंजेक्शन और Tramadol की 550 गोलियां बरामद की हैं।
उन्होंने बताया कि 14 जुलाई 2022 को चमकौर साहिब निवासी सुखविंदर सिंह उर्फ काला और हरजसप्रीत सिंह उर्फ जस्सा नाम के दो व्यक्तियों के पास से ब्यूप्रेनोर्फिन के 175 इंजेक्शन और एविल की 175 शीशियों की बरामद की गई थी। इसके बाद मामले में जांच आगे बढ़ाके हुए पुलिस टीम अपराध जांच एजेंसी (CIA) से सरहिंद प्रभारी निरीक्षक अमरबीर सिंह के नेतृत्व में स्थानीय उत्तर प्रदेश पुलिस की मौजूदगी में गोदाम में छापेमारी की।
पंजाब लाया गया गिरफ्तार आरोपी
एसएसपी फतेहगढ़ साहिब डॉ रवजोत ग्रेवाल ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति को सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर पंजाब लाया गया है। उन्होंने कहा कि डीएसपी जांच जसपिंदर सिंह गिल और डीएसपी बस्सी पठाना अमृतपाल सिंह ने इस ऑपरेशन को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि एफआईआर नं. 79 के अंडर एनडीपीएस एक्ट की धारा 22सी-61-85 के तहत फतेहगढ़ साहिब के बादली आला सिंह पुलिस स्टेशन में पहले ही दर्ज कर लिया गया था और मामले की आगे की जांच जारी है। बता दें कि आरोपी फतेहगढ़ पुलिस द्वारा अमलोह, सरहिंद, बादली आला सिंह और खमानो सहित पुलिस स्टेशनों में एनडीपीएस अधिनियम के तहत दर्ज कम से कम चार व्यावसायिक मामलों में वांटेड था।