राहुल गांधी के बयान पर स्मृति ईरानी का पलटवार
नई दिल्ली । कॉंग्रेस ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के एक बयान के खिलाफ कहा कि कॉंग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर लगाया गया उनका आरोप उनकी डिग्री की ही तरह बेबुनियाद है। कॉंग्रेस नेत्री शोभा ओझा ने कहा कि उन्हें कोई टिप्पणी करने से पहले अपने इतिहास में झांक कर अपने रिकॉर्ड्स देखने चाहिए। वहीं कॉंग्रेस नेता पी.एल. पुनिया ने कहा कि वे स्मृति को एक गंभीर राजनीतिक नेता नहीं मानते हैं इसलिए वे उनके बयानों को भी गंभीरता से नहीं लेते हैं। उन्होंने कहा कि ईरानी को ये नहीं भूलना चाहिए कि राहुल गांधी ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया था।
मालूम हो कि, स्मृति ईरानी ने बुधवार को राहुल गांधी के एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि कश्मीर में चल रहे तनाव के पीछे नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि नेहरु-गांधी परिवार का हाथ है। ईरानी ने कहा था कि इतिहास गवाह है कि जब कश्मीर विवाद की बात आई थी तो वे देश से बाहर चले गए थे। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी की टिप्पणी एक तुच्छ राजनीति को दर्शाती है। उन्होंने ऐसे समय में प्रधानमंत्री पर वार किया जब पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे प्रधानमंत्री के साथ खड़ा है। आपको बता दें कि कश्मीर में हुए आतंकी हमले में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्हें इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
ईरानी ने आगे कहा था कि कि इस तरह की टिप्पणी आतंकियों की शक्तियों को बढ़ावा देती है और जो आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं उनके प्रयासों को हतोत्साहित करती हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए कि, जब कांग्रेस के प्रतिनिधि मणिशंकर अय्यर पाकिस्तान गए और प्रधान मंत्री मोदी की सरकार को हटाने में मदद के लिए अनुरोध किया, यह उनके व्यक्तिगत लाभ के लिए था या राजनीतिक?”
राहुल गांधी ने कश्मीर की हालिया आतंकी घटना की निंदा करते हुए ट्वीट किया था कि, “प्रधानमंत्री मोदी की नीति घाटी में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है। भाजपा-पीडीपी गठबंधन का खामियाजा देश की बड़ी संख्या को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने ट्वीट किया कि मोदी का व्यक्तिगत लाभ = भारत का रणनीतिक नुकसान + निर्दोष भारतीय खून का बलिदान।
उल्लेखनीय है कि, सोमवार रात को बाल्टल से मीर बाजार जा रही तीर्थयात्रियों की एक बस में हुए आतंकी हमले में सात की मौत हो गई थी और 15 अन्य घायल हो गए थे।