राज्य को आगे ले जाने में हरीश रावत का अमूल्य योगदान
राज्य में आचार संहिता लागू है और जल्द ही लोगों की भीड़ मतदान केन्द्र में दिखायी पड़ेगी। लोगों की सोच यहां सिमटी होगी की आखिर कौन सी पार्टी बाजी मारेगी इस बार और किस नेता को जनता चुनकर भेजती है। इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जाय तो माननीय मुख्यमंत्री हरीश रावत के इस कार्यकाल के पूरे विवरण को देखते हुये यह कहा जा सकता है कि आगामी सरकार भी कांग्रेस सरकार ही होगी।
इस सरकार की सत्ता पर आसीन भी माननीय हरीश रावत ही होंगे। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश के विकास के लिए अनेक कदम उठाये, जो राज्य और जनता के हित में हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने पर्यटन, खेल, उद्योग, कृषि, विद्युत व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था तथा अन्य अनेक क्षेत्रों में राज्य को मजबूत प्रदान की है।
माननीय मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अनेक सुविधाओं से लाभ देने के प्रयास किये तथा अनेक क्षेत्रों में उनका प्रयास सफल रहा। उनके द्वारा चलाई गयी अनेक मुहिम और अभियान आज सफलता के चरम पर हैं। जिसे जनता जरूर देखेगी और हरीश रावत को दुबारा मुख्यमंत्री पद पर देखेगी।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धार्मिक क्षेत्र में भी अपना अभूूतपूर्व योगदान दिया है। मेले एवं पर्यटन तथा व्रत-त्यौहारों को भी उन्होंने अपनी पहचान बताया और कहा कि मेले, उत्सव, व्रत-त्यौहार एवं सांस्कृतिक आयोजन हमारे पर्यटन को बढ़ावा देंगे। जिससे कि हमारे राज्य के कोष में बढ़ावा हो और राज्य विकास के सागर में गोते लगाये।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खेती और वन-सम्पदा को बढ़ावा दिया है और किसानों के लिए किसान आयोग की स्थापना की बात कही। इस छोटे से व्याख्यान से जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य के विकास में और राज्य को पूर्ण विकसित करने में अपनी अहम भागीदारी निभाई है। बहरहाल, सभी इस बात से वाकिफ हैं कि मुख्यमंत्री हरीश रावत जनता के लिए कितना कारगर साबित हुये हैं।
हालांकि, उत्तराखण्ड के स्त्री-पुरूष सभी अपने-अपने कार्यों में लगे रहे। अपनी पूंजी कमाना, अपना घर चलाना और उन्होंने अपने द्वारा बनाये गये उत्पादों से राज्य की जनता के लिए सुविधायें बटोरीं। जिस कार्य के लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सभी का उत्साह बढ़ाने के लिए उन्हें मदद राशियां वितरित की। उनके उत्पादों के वितरण के लिए मेलों का आयोजन किया गया।
अखबार बांटने वाले हॉकरों के लिए साईकिल बांटी गयी। वृद्धवस्था में जीवन-यापन कर रहे लोगों के लिए योजनायें बनी और दंतविहीनों को दांत वितरित किये गये। राज्य के हर जिलों निशुल्क स्वास्थ्य कैंप लगाये गये और निशुल्क रक्तदान शिविरों का आयोजन भी किया गया। युवाओं के लिए नये-नये रोजगार की स्थापना के बारे में कदम बढ़ाये, जिससे कि बेरोजगारी कम हो।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य में चल रहे सभी आयोजनों, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों में अपनी भागीदारी प्रस्तुत की। वहीं दूसरी तरफ उनके द्वारा किये गये कार्यों पर नजर डालें तो पता चलता है कि अपने कार्यकाल में उन्होंने प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी अहम दिखायी। जो कि हर जन-जन के नजरों में है।