रावण दहन भारत की एक बेहतरीन परम्परा, भाजपा के भीतर मौजूद रावणों का कब होगा दहन: आज़ाद अली
देहरादून। बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजय दशमी पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन बुराई के प्रतीक रावण के पुतलों का दहन किया जाता है। बुराई के प्रतीक इन रावण के पुतलों को तो हम जलाते हैं किन्तु देश के भीतर मौजूद बीजेपी के रावणों का दहन कब होगा। ये कहना है उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आज़ाद अली का।
विजयदशमी के अवसर पर देहरादून में मीडिया को दिये गए अपने बयान में आज़ाद अली ने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आयी है। देश में तानाशाही का माहौल पनपा है। आलम ये है कि अपराध, बुराई और अत्याचार चरम पर है। कई मामलों में अपराध और अत्याचार करते भाजपा के नेतागण पाए गए हैं। आजाद अली ने सवाल उठाते हुए कहा कि समाज के ऐसे रावणों से जनता को कब निजात मिलेगी।
उन्होंने महाराष्ट्र में भाजपा के नेता द्वारा किये गए दुष्कर्म का हवाला देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में हाल ही में एक चलती बस में शारीरिक संबंध बनाने का वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया था। वीडियो में सत्ताधारी बीजेपी का एक युवा नेता युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाते हुए दिखाई दे रहा था। युवती ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता ने नौकरी और शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया है।
आज़ाद अली ने जानकारी देते हुए कहा कि उक्त मामला गडचिरौली जिले के चंद्रपुर इलाके का था। बस में लगे सीसीटीवी में यह पूरा मामला रिकार्ड हो गया था। वीडियो में साफ दिख रहा है कि बीजेपी नेता रविन्द्र बावनथड़े एक महिला के साथ शारीरिक संबंध बना रहा था। उन्होंने कहा कि इसके अलावा उत्तराखंड भाजपा के नेता हरक सिंह रावत भी इसी प्रकार से चर्चाओं में रहे हैं।
वहीँ मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राघवजी का नौकर से साथ सेक्स से जुड़ी सीडी के मामले से राजनीति में हड़कंप मच गया था। शुचिता का पाठ पढ़ाने वाली भाजपा और उसकी पैतृक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं से जुड़े सेक्स स्कैंडल कई सवाल खड़ा करते हैं।
अंदरूनी कलह से जूझ रही भाजपा के अब तक जिन नेताओं की सेक्स सीडी उजागर हुई उन्हें बनवाने में पार्टी के नेताओं का ही हाथ रहा है। सीडी कांड में फंसे नेता इसे अपने खिलाफ साजिश करार देते आएं हैं जबकि बनवाने वालों का दावा होता है कि उन्होंने पार्टी से ‘गंदगी’ को साफ करने के लिए ऐसा किया। राघवजी के मामले के सामने आने बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा और बाद में उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया। लेकिन भाजपा में सेक्स और सीडी का न तो यह पहला मामला है और न ही संभवत: अंतिम।
आज़ाद अली ने कहा कि इसके अलावा भाजपा नेताओं के ऐसे कारनामों की लंबी फेहरिस्त है। जिनसे गाहेबगाहे देश रूबरू होता रहा है। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि आखिर देश से ये गंदगी कब खत्म होगी और ऐसे रावणों का दहन कब होगा जो अपनी पार्टी समेत पूरे समाज को शर्मसार कर रहे हैं।