सुप्रसिद्ध कवि एवं लेखक हरिवंश राय बच्चन की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन : डॉ. अभिनव कपूर
जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- हरिवंश राय बच्चन हिंदी भाषा के श्रेष्ठ कवि थे। उनकी कविताओं ने भारतीय साहित्य में बड़ा परिवर्तन किया था। उनकी शैली पूर्व कवियों से भिन्न थी इसलिए उन्हें नयी सदी का रचियता कहा जाता है।
देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक, ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष एवं शिक्षा रत्न की उपाधि से सम्मानित डॉ. अभिनव कपूर ने हिन्दी भाषा के सुप्रसिद्ध कवि एवं लेखक हरिवंश राय बच्चन की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए सादर नमन किया।
इस अवसर पर जारी अपने संदेश में शिक्षा रत्न डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- हिन्दी भाषा व हिन्दी साहित्य के छायावादी युग के सुप्रसिद्ध श्रेष्ठ कवि एवं लेखक, पद्मभूषण से अलंकृत स्व. श्री हरिवंश राय बच्चन जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन। उत्साह और नव ऊर्जा का संचार करने वाली आपकी रचनाएं हम सभी को सदैव प्रेरणा देती रहेंगी।
जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- हरिवंश राय बच्चन हिंदी भाषा के श्रेष्ठ कवि थे। उनकी कविताओं ने भारतीय साहित्य में बड़ा परिवर्तन किया था। उनकी शैली पूर्व कवियों से भिन्न थी इसलिए उन्हें नयी सदी का रचियता कहा जाता है। उनकी रचनाओं ने भारत के काव्य में नयी धारा का संचार किया। हरिवंशराय जी की मुख्य कृतियां निशा निमंत्रण, मधुकलश, मधुशाला, सतरंगिनी, एकांत संगीत, खादी के फूल, दो चट्टान, मिलन, सूत की माला एवं आरती व अंगारे हैं। हरिवंशराय जी का 18 जनवरी 2003 में 95 वर्ष की आयु में मुंबई में निधन हो गया था लेकिन वो आज भी अपनी कृतियों के जरिये हमारे हृदयों में जीवित हैं। उनकी रचनाओं ने इतिहास रचा और भारतीय काव्य को नयी दिशा दी जिसके लिए हम सभी उनके आभारी हैं और गौरवान्वित भी हैं कि ऐसे महानुभाव ने भारत भूमि पर जन्म लिया।