सामूहिक खेती के लिए 1 लाख रूपये का अनुदान
देहरादून। मुख्यमंत्री हरीश रावत से रविवार देर सांय बीजापुर हाउस में गुजरात चैम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डसट्रीज के महिला प्रतिनिधियों के एक समूह ने भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने दोनो राज्यों उत्तराखण्ड और गुजरात के मध्य महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में साझे प्रयासों के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की। चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि फिक्की के उत्तराखण्ड चैप्टर तथा जीसीसीआई महिला उद्यमियों द्वारा बैठक के आयोजन के साथ ही 2017 में होने वाले वाइबे्रट गुजरात ग्लोबल टेªड शो के लिए एक सयुंक्त प्रतिनिधिमण्डल की योजना बनाई जा सकती है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने उत्तराखण्ड की पारम्परिक आभूषणों, वेशभूषाओं तथा अन्य सामानों की मार्केटिंग गुजरात के बाजारों में करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा 200 एकड़ भूमि पर महिला उद्यमिता पार्क स्थापित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में महिला सशक्तिकरण की दिशा में कारगर प्रयास किए जा रहे है। इस दिशा में महिला स्वयं सहायता समूहों को इन्दिरा अम्मा भोजनालय के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। महिला स्वयं सहायता समूहों को सामूहिक खेती के लिए 1 लाख रूपये का अनुदान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि गांव-गांव में महिला उद्यमी तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री महिला सतत आजीविका योजना प्रारम्भ की गई है। महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा स्थानीय उत्पादों को बेचने के प्रयासो को राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन दिया जा रहा है। राज्य सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों व महिला मंगल दलों से प्राप्त स्थानीय उत्पादों की बिक्री से जितनी भी आय प्राप्त करेगी उसका 5 प्रतिशत महिला मंगल दलो व स्वय सहायता समूहों को दिया जायेगा। व्यवसायिक गतिविधियाॅं आरम्भ करने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों को 20 से 25 हजार तक का अनुदान प्रदान किया जायेगा। आर्थिक स्वालम्बन ही महिला सशक्तीकरण की कुंजी है। राज्य सरकार विश्वास करती है कि अब नारी शक्ति ही उत्तराखण्ड के विकास के द्वार खोलेगी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने प्रतिनिधमण्डल को राज्य सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन भी प्रतिनिधिमण्डल को दिया। प्रतिनिधिमण्डल में अध्यक्ष श्रीमती सरोज शर्मा, संयोजक कुसम काॅल व्यास तथा समिति के अन्य सदस्य भी थे।