सरकार ने दी चेतावनी, फर्जी फंड में मत कर देना दान!

नई दिल्ली। कोरोना वायरस से जंग में प्रधानमंत्री का साथ देने के लिए देश में पीएम केयर फंड में दान देने की होड़ लग गई है। सितारों से लेकर आम आदमी तक हर कोई इसमें दान दे रहा है। लेकिन इसके नाम पर कई फर्जी वेबसाइट भी चल रही हैं, जिनसे बचने की सरकार ने चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री ने शनिवार को देश की जनता से दान करने का आह्वान किया और इसके लिए पीएम सिटीजन असिस्टेंट ऐंड रिलीफ इन इमरजेंसी सिचुएशन (PM-CARES) फंड बनाया गया है। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने इस फंड में 25 करोड़ रुपये दान दिए हैं।
इसके बाद तो जैसे इस फंड में दान करने की होड़ लग गई है और कारोबार जगत से लेकर फिल्म इंडस्ट्री तक और सितारों से लेकर आम आदमी तक हर कोई इसमें दान कर रहा है। लेकिन भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय ने चेतावनी दी है कि पीएम केयर फंड के नाम पर कई फर्जी यूपीआई आईडी से चंदा मांगा जा रहा है।
पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर बताया है, ‘पीएम केयर फंड के नाम पर प्रसारित हो रहे फर्जी यूपीआई आईडी से सावधान रहें।’ पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर बताया है कि पीएम केयर फंड में डोनेट करने के लिए असली यूपीआई आईडी है— pmcares@sbi. इसके अलावा अगर आपके पास कोई लिंक या संदेश आता है, जिसमें यह आईडी नहीं है तो उसमें बिल्कुल दान न करें। वह पीएम फंड के नाम पर आपको ठगने की कोशिश हो सकती है।
Beware of Fake UPI ID being circulating on the pretext of PM CARES Fund.#PIBFactcheck: The correct UPI ID of #PMCaresFunds is pmcares@sbi#PMCARES #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/eHw83asBQ9
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 29, 2020
पीएम केयर फंड में डेबिड कार्ड, क्रेडिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई, आरटीजीएस या एनईएफटी से डोनेट किया जा सकता है और इसमें किया गया दान इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 जी के तहत करमुक्त होता है। इस फंड में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडेकर, किरण रिजिजू, संतोष गंगवार आदि ने अपनी एक महीने की सैलरी डोनेट करने का निर्णय लिया है।
कारोबार जगत की बात करें तो अडानी, रिलायंस ग्रुप, टाटा सहित कई कंपनियों ने इस फंड में दान करने का निर्णय लिया है। सरकार ने इस फंड के तहत किए गए दान को सीएसआर के तहत शामिल करने का निर्णय लिया है।