सवालों के घेरे में भाजपा नेता खजान दास, ये है वजह
देहरादून। कोरोना वायरस के चलते भाजपा नेता खजान दास सवालों के घेरे में आ गए हैं। आलम ये हैं कि विपक्ष उनपर जमकर निशाना साध रहा है। वहीं विपक्ष के सवालों पर खजान दास ने जवाब देते हुए अपनी सफाई भी पेश की है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश महामंत्री खजान दास को कोरेंटाइन न किए जाने को लेकर विपक्ष द्वारा सवाल उठाया जा रहा है। हाल ही में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना को दून अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में जाने के कारण घर में रहने का आदेश प्रशासन की ओर से दिया गया था। उसी दिन खजान दास भी दून अस्पताल पहुंचे थे।
विरोधियों द्वारा आरोप लगाते हुए यह कहा जा रहा है कि खजान दास इस दौरान बगैर मास्क लगाए पूरे दून अस्पताल में घूमे। यही नहीं उन्होंने कोरोनावायरस के संदिग्ध मरीजों से मुलाकात भी की। ऐसे में उनका परीक्षण किया जाना चाहिए और उन्हें लोगों से न मिलते हुए घर पर ही रहना चाहिए।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि खजान दास एक जनप्रतिनिधि होते हुए खुद को ही नहीं बल्कि अन्य लोगाें को भी जोखिम में डाल रहे हैं। प्रशासन को खजान दास को भी कोरेंटाइन करना चाहिए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सूर्यकांत धस्माना के मामले में प्रशासन ने तत्काल आदेश दे दिया था, जबकि खजान दास के मामले में कोताही बरती जा रही है
वहीं इस पूरे मामले में विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज़ करते हुए खज़ान दास ने कहा कि “न मैं संदिग्ध मरीजों से मिला और न ही मैं आइसोलेशन वार्ड में गया। मैं सामान्य रोगियों से ही मिला था।” ये सब विपक्ष की साज़िश है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वो महज़ सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए ऐसे आरोपों का सहारा ले रही है।