सावधान, अगर किसी को अप्रैल फूल बनाया तो हो सकती है जेल
मुंबई। हर साल अप्रैल फूल आने से पहले ही इसकी तैयारी शुरु हो जाती हैं। मगर इस साल किसी को भी अप्रैल फूल बनाना या कोई प्रैंक खेलना आपको जेल भी पहुंचा सकता है। किसी भी प्रैंक के खिलाफ साईबर क्राईम के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। हालांकि ये आदेश पूरे देश में नहीं सिर्फ मुंबई के लिए किया गया है।
अफवाहों से आजिज आ चुका है पुलिस प्रशासन
दरअसल पुलिस इन दिनों कोरोना और इसकी अफवाहों से दुखी हो चुकी है। मगर लोग मानने को तैयार नहीं हैं। खाली घर बैठे अफवाहों का दौर प्रशासन के लिए बड़ी समस्या बनता जा रहा है। ऐसे में अप्रैल फूल के नाम पर कोरोना के मामलों की अफवाह पुलिस के लिए दोहरी मुसीबत ले कर सामने आ रही है।
खुद सेना को देनी पड़ी सेना में भर्ती की झूठी खबर की सफाई
लॉक डाऊन की अवधि को बढ़ाए जाना या फिर किसी एरिया में कोरोना का आऊट ब्रेक प्रशासन के लिए रोजाना की अफवाह बन चुके हैं। सरकार ने आपात काल लगा दिया है और जरुरत को पूरा करने के लिए फौरन सेना में भर्ती की जा रही है। इस सरीखी अफवाहों ने इतना जोर पकड़ लिया कि खुद सेना के अधिकारियों को सामने आकर सफाई देनी पड़ी। अप्रैल फूल के नाम पर लोगों के मजाक और भी ज्यादा वाहियात होते जा रहे हैं। ऐसे मामलों पर अभी से अंकुश लगाने के लिए पुलिस प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है।
पहले पुणे पुलिस और अब पूरे महाराष्ट में लगा बैन
सबसे पहले पुणे पुलिस ने सोमवार को लोगों से अप्रैल फूल के नाम पर किसी तरह का प्रैंक करने या फिर कोई अफवाह नहीं फैलाने की अपील की थी। जब कोई फर्क नहीं पड़ा तो पुलिस को बाकायदा नोटिफिकेशन जारी करना पड़ा कि अगर अप्रैल फूल के नाम पर कोई भी गलत जानकारी फैलाई तो भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने किया ऐलान, अप्रैल फूल बनाया तो होगी कार्रवाई
ऐसे मामलों से दुखी होकर खुद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने को सामने आकर कहना पड़ा कि अप्रैल फूल बनाने की किसी भी अफवाह को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ जरुरी कार्रवाई की जाएगी।
दुख की घड़ी में गूगल ने भी अप्रैल फूल डे ममाने से इंकार किया
दुनिया भर में मौतों के दुखद सिलसिले को देखते हुए गूगल ने इस साल अप्रैल फूल डे नहीं मनाने का ऐलान किया। कोरोना से लड़ रहे लोगों और इससे लोगों को बचाने की मुहिम को समर्थन देने के लिए ये फैसला किया। गूगल के मार्केटिंग हेड लॉरेन टोहिल ने ईमेल के जरिए बताया कि अप्रैल की पहली तारीख को गूगल पर ठीक वैसा ही दिखाया जाएगा जैसे साल के बाकी दिन हुआ करते हैं।