साईकिल रैली कर नौटंकी कर रहीं रेखा, कहीं आरोपी पति को बचाने का प्रयास तो नहीं: आज़ाद अली
देहरादून। उत्तराखण्ड सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने रविवार को राजधानी दून में साईकिल रैली निकाली। अपनी इस रैली से उन्होंने मीडिया और प्रदेश की जनता का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। सवाल ये उठता है कि आखिर रेखा आर्या को ये नौटंकी करने की क्या आवश्यकता पड़ गयी, कहीं उनकी ये कोशिश अपने आरोपी पति को बचाने की तो नहीं। ये कहना है उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आज़ाद अली का।
मीडिया को जारी अपने बयान में आज़ाद अली ने कहा कि एक ओर जहां रेखा आर्या को उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है वहीँ उनके पति गिरधारी लाल साहू पर 30 मुकदमें दर्ज हैं। रेखा कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद भी अपने पति के खिलाफ दर्ज इन मुकदमों से उन्हें निजात नहीं दिला पा रही हैं।
आज़ाद अली ने कहा कि रेखा की साईकिल रैली का मकसद मीडिया और आम जनता का ध्यान अपने आरोपी पति की ओर से हटाने का और सहानुभूति बटोरने का तो नहीं है। उन्होंने कहा कि रेखा साईकिल रैली निकालकर महज़ नौटंकी कर रही हैं और जनता को गुमराह कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि रेखा आर्या कोई सामाजिक कार्य करती, किसी गरीब का भला करतीं तो समाज में उनकी वाह-वाही भी होती जैसा कई बार वो पहले भी कर चुकी हैं। मगर इस बार लगता है कि वो कुछ ज्यादा ही दिखावा कर रही हैं। जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वे अपने पति के बुरे कर्मों पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही हैं। वहीं उनकी इस साईकिल रैली की वजह से सड़कों पर लंबा जाम लगा रहा और आम जनता को बेवजह परेशानियों का सामना करना पड़ा।
आज़ाद अली ने अपने बयान में उत्तराखंड की भाजपा सरकार में एक अन्य मंत्री की योग्यता पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि भाजपा ने शिक्षा मंत्री जैसे शोभनीय और गरिमामयी पद पर ऐसे व्यक्ति को आसीन किया हुआ है जिस पर हत्या और मारपीट जैसे 12 मुकदमें दर्ज हो चुके हैं। ऐसा मंत्री आजकल प्रदेश के योग्य शिक्षकों को शिक्षा बांटता हुआ वीडियो में दिख रहा है।
आज़ाद अली ने भाजपा हाई कमान और त्रिवेंद्र सरकार के फैसले पर उंगली उठाते हुए कहा कि आखिर बीजेपी की ऐसी क्या मजबूरी है जो अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को अपनी सरकार में इतने ऊंचे और गरिमामयी पदों पर बैठाया हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे साफ प्रतीत होता है कि प्रदेश सरकार अपराधियों के प्रति कितनी उदार भावना रखती है। इससे भाजपा की नीयत और मकसद साफ झलकता है कि वो प्रदेश को किस ओर ले जाना चाह रही है।
बहरहाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के इस बयान ने भाजपा के खिलाफ कई सवाल खड़े कर दिए हैं जिससे प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं और विरोधियों को राज्य की त्रिवेंद्र सरकार पर तीखे हमले करने का मौका मिलेगा।