शराब कारोबारियों ने कर्मचारियों को निर्वस्त्र कर पिटवाया!
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में तीन लोगों को निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटे जाने का वीडियो वायरल होने पर पुलिस हरकत में आई है। हालांकि मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक (नगर) और सिविल लाइन्स कोतवाली प्रभारी के बयान मेल नहीं खा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस अधीक्षक (नगर) अंकित मित्तल ने मामले में 6 दबंगों की गिरफ्तारी की बात कही है, जबकि सिविल लाइन्स कोतवाली प्रभारी ने आरोपियों की गिरफ्तारी से इनकार किया है। पुलिस महानिरीक्षक विनोद कुमार ने कहा है कि कोई कितना ही बड़ा माफिया, रसूखदार क्यों न हो, कानून हाथ में लेने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। अंकित मित्तल ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने बंधक बनाकर और निर्वस्त्र कर पीटे जाने वाले कर्मचारियों के मामले में जिन 6 आरोपियों को दबोचा है, उनके नाम मनमीत, प्रवेश यादव, दुष्यंत त्यागी, मोनूपाल, दिनेश सैनी और टीटू चौहान हैं। मामले में 5 अज्ञात आरोपी भी बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने सिविल लाइन्स कोतवाली में पीड़ित परिजनों की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत पर कार्रवाई की है। कोतवाली प्रभारी ने कहा कि है कि आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले मामले की हर तरह से जांच की कराई जाएगी, तब गिरफ्तारी संभव होगी। स्थानीय मीडिया के मुताबिक मुरादाबाद में सक्रिय शराब और जमीन से जुड़े कारोबारियों के कहने पर दबंगों ने तीनों कर्मचारियों को निर्वस्त्र कर पीटा था और उनका वीडियो बना लिया था। आरोप है कि गिरफ्तार किए गए दबंगों ने पीड़ितों को झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवा दिया था। पीड़ितों के परिजनों यह चोरी का मामला बताया गया था।
वीडियो वायरल होने पर पीड़ितों के परिजनों को शक हुआ तो उन्होंने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़ित पक्ष की महिलाओं के द्वारा नुमाइंदगी करने पर पुलिस ने मुकदमा दर्जन करने से मना कर दिया था। पीड़ित पक्ष में से एक महिला ने मीडिया को बताया कि पिटाई का मामला बीते 10 अगस्त का है। 11 अगस्त को उसके पति को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 17-18 अगस्त को जब पिटाई का वीडियो वायरल हुआ तो सच्चाई सामने आई और फिर दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।