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हिमाचल में बारिश का कहर, भारी नुक्सान की खबर

शिमला। पिछले दिनों जहां हरे-भरे केरल की खूबसूरती को बाढ़ ने उजाड़ दिया था, जहां के हालात धीरे-धीरे फिर से पटरी पर लौट रहे थे कि अब देश के दूसरे खूबसूरत राज्य हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी ने वहां रहे लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। राज्य के कई इलाकं में भारी जलभराव से आवाजही बंद है। भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने से पानी में बह जाने के कारण कांगड़ा और कुल्लू में एक लड़का और लड़की की मौत हुई। अधिकारियों ने कुल्लू जिले के लिए ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है।

जिला प्रशासन ने बताया कि मूसलाधार बारिश के बाद नदियों में जल स्तर बढ़ने पर कांगड़ा जिले में उफान पर नजर आ रही नाहड़ खाड़ (छोटी नदी) में एक व्यक्ति के बह जाने से उसकी मौत की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन के मुताबिक, जवाली तहसील के लस्कवारा गांव के रहने वाले तिलक राज उस वक्त पानी में बह गए जब सोमवार की सुबह वह नाहड़ खाड़ा को पार कर रहे थे। तिलक का शव बरामद करने की कोशिशें जारी हैं।

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राज्य की व्यास नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण कई घर भी बह गए। व्यास नदी खतरनाक स्तर पर बह रही है। रविवार को कुल्लू जिले के डोबी में अचानक आई बाढ़ के कारण फंसे 19 लोगों को इंडियन आर्मी के हेलीकॉप्टर की सहायता से सुरक्षित बाहर निकाला गया। यहां पर भारतीय वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर विपुल गोयल और उनकी टीम को सम्मानित भी किया।कुल्लू में भारी बारिश के बाद उफनती व्यास नदी, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद जनजीवन पर भारी असर पड़ा है। भारी बारिश से तेज पानी के बहाव के चलते कुल्लू जिले के लिए ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है। राज्य के ज्यादातर जिलों में बर्फबारी भी हुई जिसके चलते सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।

बताया जा रहा है कि मनाली और रोहतांग में सितंबर माह में 23 साल बाद ऐसी बर्फबारी देखने को मिली है। राज्य के पहाड़ी वाले इलाकों और मैदानी इलाकों में भारी बारिश का पूर्वानुमान किया है जबकि ऊपरी पवर्तीय क्षेत्रों में बर्फबारी का पूर्वानुमान किया है। राज्य के कांगड़ा, चंबा, कुल्लू और मंडी जिलों सहित अन्य स्थानों पर निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उनसे सतर्क रहने को भी कहा जा रहा है, क्योंकि नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ रहा है। डोबी की व्यास नही के अलावा चंबा में रावी नदी अब भी खतरनाक स्तर पर है और प्रशासन रविवार से ही लोगों को निचले इलाकों से निकाल रहा है।

बाढ़ की चेतावनी जारी करते हुए भाखड़ा व्यास प्रबंधन बोर्ड ने कहा कि पोंग बांध से अत्यधिक पानी छोड़ा जाएगा, क्योंकि भारी बारिश के कारण जलाशय के जलग्रहण क्षेत्रों में पानी लबालब भर गया है। मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान जाहिर किया है कि 25 सितंबर को राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम एवं कम ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों और कुछ एक जगहों पर हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होगी।

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