एक घण्टे का सफल ऑपरेशन कर बचाई गई सांप की जान, पढ़िये रोचक खबर
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में बिलासपुर शहर के दो डॉक्टरों ने घायल सांप की हड्डी को तार से जोड़कर उसकी जान बचाने में सफलता हासिल की है। अहिराज (बैंडेड करैत) प्रजाति के इस घायल सांप की सर्जरी करीब एक घंटे चली और तीन घंटे बाद उसे जंगल में छोड़ भी दिया गया।
शहर में अहिराज सांप की सर्जरी का यह पहला मामला था। सांप पकड़ने वाले बब्बू सोनी को बुधवार को यह सांप शहर के डीएलएस कॉलेज के नजदीक घायल अवस्था में मिला था। सांप को वे पशु चिकित्सक डॉ. एसपी सिन्हा के क्लिनिक पर ले गए। सांप पर किसी ने भारी वस्तु से हमला किया था।
इसके बाद डॉ. सिन्हा ने डॉ. आरएम त्रिपाठी की मदद से पहले सांप को बेहोश किया। इसके बाद जांच की तो उसकी वर्टीब्रा (हड्डी) टूटी पाई। उन्होंने वर्टीब्रा में छेदकर स्टील के तार से उसे जोड़ दिया। इसके जुड़ते ही पिछले हिस्से में हलचल होने लगी।
ऑपरेशन सफल होने के बाद करीब तीन घंटे तक सांप को क्लिनिक में निगरानी में रखा गया। इसके बाद सोनी ने उसे जंगल में छोड़ दिया। सांप को ऐसे धागे से टांके लगाए गए हैं, जो खुद-ब-खुद गल जाएगा।
कोबरा से ज्यादा जहरीला
सांप की यह प्रजाति कोबरा से करीब 20 गुना अधिक जहरीली होती है। यह भी कहा जाता है कि यह प्रजाति अमूमन किसी को डसती नहीं है। यह दूसरे सांपों का शिकार करता है।
पहली बार अहिराज का ऑपरेशन
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि अहिराज सांप की सर्जरी पहली बार की है। इससे पहले 14 फीट के कोबरा का ऑपरेशन किया था। अहिराज बुरी तरह घायल था। जख्म देखने के बाद यह पता चला कि वर्टीब्रा टूटी हुई थी।
फैक्ट फाइल
सांप की प्रजाति – बैंडेड करैत
उम्र – लगभग चार साल
लंबाई – साढ़े चार फीट
ऑपरेशन का समय – एक घंटे
जख्म – एक इंच
टांके लगे – 12