दक्षिण कोरिया ने मिसाइल दाग कर दिया उत्तर कोरिया को जवाब

प्योंगयांग। जिस तरह से एक के बाद एक उत्तर कोरिया लगातार परमाणु हथियारों सहित तमाम हथियारों का परीक्षण कर रहा है, उसने अन्य देशों की मुश्किल को बढ़ा दिया है। जैसे ही उत्तर कोरिया ने इस बात का ऐलान किया कि उसने आईसीबीएम मिसाइल को लॉन्च किया है, उसके ठीक कुछ मिनट बाद दक्षिण कोरिया ने भी ऐलान किया कि उसने भी मिसाइल का टेस्ट किया है। दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि उसने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के जवाब में यह परीक्षण किया है।
उत्तर कोरिया की मिसाइल परीक्षण पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने भी तीखी टिप्पणी की है, उन्होंने कहा कि यह एक हिंसक कार्रवाई है, जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। प्रधानमंत्री अबे ने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल की आपातकाल बैठक को बुलाए जाने की भी मांग की है। जापान की मांग को दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने अपना समर्थन देते हुए आपातकाल बैठक की मांग को दोहराया है। ट्रंप बोले इसे संभाल लेंगे खबरों की मानें तो यूएन आज शाम को बैठक बुला सकता है।
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बारे में शिंजो अबे ने कहा कि हम किसी भी भड़काऊ कार्रवाई के आगे झुकने वाले नहीं हैं। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम इस भी संंभाल लेंगे। गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने अपनी मिसाईल आईसीबीएम को जापान के एक्सक्लुसिव इकॉनोमिक जोन में छोड़ा है, जिसके बाद जापान ने आपात कालीन यूएन की बैठक बुलाने की मांग की है। दुनियाभर के लिए खतरा उत्तर कोरिया उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण पर अमेरिका के रक्षा सचिव मैटिस ने कहा कि उत्तर कोरिया का यह सबसे उंचा परीक्षण है, जोकि दुनियाभर के लिए एक चुनौती है।
मैटिस ने कहा कि दो महीने तक शांत रहने के बाद उत्तर कोरिया ने एक बार फिर से बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की है, जिसने अबतक की सबसे अधिक ऊंचाई हासिल की है। उत्तर कोरिया ऐसी मिसाइले बनाने में जुटा है जोकि दुनिया में कहीं भी मार कर सकती है, यह ना सिर्फ अमेरिका बल्कि दुनियाभर के तेशों के लिए खतरनाक है। वाशिंगटन डीसी भी उत्तर कोरिया की जद में वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया के इस परीक्षण के बाद अमेरिका का वाशिंगटन डीसी भी अब तानाशाह किम जोंग उन के दायरे में आ गया है, उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइले वाशिंगटन डीसी की जद में हैं।
इसी वर्ष सितंबर माह में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया को आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों की सूचि में शामिल कर लिया था। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जो इन ने कहा कि हमे पहले से ही इस बात की आशंका थी कि उत्तर कोरिया ऐसा कर सकता है, लिहाजा हमने इसकी तैयारी पहले से की थी। अन्य देशों के पास अब उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध का दबाव बनाए रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।