उत्तराखंड में पनप रहे अवैध नशे के कारोबार पर जनसेवी भावना पांडे ने जताई चिंता, पुलिस की भूमिका पर खड़े किये सवाल

देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने देवभूमि में तेजी से फैल रहे अवैध नशे के कारोबार पर चिंता व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े किये हैं।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि आज देवभूमि उत्तराखंड में धड़ल्ले से अवैध नशे का कारोबार पनप रहा है। बाहरी राज्यों से उत्तराखंड में आये शराब माफियाओं और नशे के सौदागरों ने प्रदेश को अपनी शरणस्थली बना लिया है। यही नहीं नशे के कारोबारी सरकार और पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे खुलेआम इस घिनौने काम को अंजाम दे रहे हैं। देहरादून में अलग-अलग जगहों से भारी मात्रा में अवैध शराब की पेटियां बरामद होना इस बात का ताजा उदाहरण है।
#उत्तराखंड में तेजी से अवैध नशे का कारोबार फैल रहा है। नगरों में बसी झुग्गियों व मलिन बस्तियों में ये धंधा पनप रहा है, इसमें पुलिस की मिलीभगत पर भी संदेह होता है। #JCP #cm_uk #uttarakhand @pushkardhami pic.twitter.com/8PpAdnd4IW
— Bhawana Pandey (@officeBhawana) September 16, 2022
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने चिंता जताते हुए कहा कि देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश और हल्द्वानी जैसे नगरों में झुग्गियों व मलीन बस्तियों में अवैध नशे का कारोबार खूब फलफूल रहा है। इन बस्तियों में अवैध शराब, चरस, अफीम, गांजा और स्मैक जैसे नशे की खुलकर तस्करी की जा रही है।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने पुलिस प्रशासन की भूमिका पर संदेह जताते हुए कहा कि बिना पुलिस की मिलीभगत के ये नशे का धंधा पनपना नामुमकिन है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस के पास नशे के सौदागरों के बारे में पुख्ता जानकारी होने के बावजूद भी आखिर क्यों पुलिस कार्रवाई नहीं करती।
जनसेवी भावना पांडे ने चेतावनी देते हुए कहा कि देवभूमि को नशे के सौदागरों के हाथों शर्मसार नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं की जिंदगियों से खिलवाड़ करने वाले और उन्हें नशे की लत लगाने वाले नशे के माफियाओं को उत्तराखंड से खदेड़ना ही होगा। उन्होंने राज्य सरकार व पुलिस से मांग करते हुए कहा कि नशे के काले कारोबार के विरुद्ध सख्त कदम उठाए जाएं एवं युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करने हेतु व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाए।