तन्ख्वाह मांगने पर युवती के साथ सरेआम की हैवानियत, तमाशबीन बने रहे लोग

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित वीनस यूनिसेक्स सैलून में महिला मेकअप आर्टिस्ट के साथ चार युवकों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। युवती को जमीन पर पटक कर डंडों से पीटा। सरेराह उसे गिराकर बाल खींचकर लात-घूंसे बरसाए। इस दौरान वहां खड़े लोग केवल तमाशा देखते रहे। आरोप है कि इन लोगों ने पहले युवती से रेप का प्रयास किया। उसकी टी-शर्ट उतार दी। युवती ने अपनी इज्जत बचाने के लिए उन पर ईंट से हमला किया तो सैलून से बाहर आकर उसे चारों तरफ से घेरकर दबंगों ने जमीन पर गिरा दिया और बेरहमी से पिटाई की। पुलिस पर भी धमकी देने व तहरीर बदलवाने का आरोप लगा है। सोमवार को इस केस में पुलिस ने सैलून मालिक को गिरफ्तार कर लिया। तीन अन्य आरोपित फरार हैं।
किसी तरह खुद को बचाकर वह बाहर की ओर भागी। आरोपित भी उसके पीछे आए तो लड़की ने अपनी इज्जत बचाने के लिए उन पर ईंट से हमला किया। हमले से गुस्साए आरोपितों ने उसे घेरकर दीवार के पास पकड़ लिया। उसके बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया। बाल पकड़कर घसीटा गया। साथ ही डंडे और लात-घूसों से उसे पीटा। इस दौरान वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। वहां मौजूद लोगों ने लड़की को उनके चुंगल से बचाया। इस दौरान भीड़ में से ही किसी ने इसका विडियो बना लिया, जो रविवार को वायरल हो गया। हालांकि इसके बारे में मीडिया और पुलिस को सोमवार को पता चला।
पीड़िता का आरोप है कि उसने घटना के बाद मामले की शिकायत यूपी- 100 पर कॉल कर पुलिस से की थी। यूपी-100 पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें थाने लेकर गई। पीड़िता का आरोप है कि नॉलेज पार्क थाने पहुंचने पर पुलिस ने भी उसके साथ अभद्रता की और खुद बोलकर एक तहरीर लिखवाते हुए बगैर कोई कार्रवाई किए भगा दिया।
वीनस यूनिसेक्स सैलून में पेमेंट को लेकर युवती व मालिक के बीच विवाद हुआ था जिस पर सैलून मालिक व उसके साथियों द्वारा युवती के साथ मारपीट किए जाने का वीडियो वायरल हुआ। मामले में रविवार को ही पीड़िता की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था। सोमवार सुबह सैलून मालिक की पहचान वसीम के रूप में करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस पर लगाए गए आरोप गलत हैं।
पुलिस ने तहरीर नहीं बदलवाई थी। उस समय जो तहरीर दी थी, उसी के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी। वह अब पीड़ित रेप के प्रयास का भी आरोप लगा रही है। इसकी भी जांच की जाएगी। अगर जांच में यह सच साबित होता है तो उसके आधार पर कार्रवाई करेंगे।