प्रेमिका ने अपने दोस्त के साथ मिलकर प्रेमी को उतारा मौत के घाट

हल्द्वानी। उत्तराखंड के भीमताल-हल्द्वानी मार्ग पर गुरुवार को चंदादेवी के पास व्यवसायी नाजिम खान की हत्या के आरोप में पुलिस ने नाजिम की प्रेमिका अमरीन और उसके दूसरे मित्र राधेश्याम को गिरफ्तार कर लिया है। राधेश्याम सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज का संविदा सफाई कर्मचारी है। पुलिस ने शुक्रवार को राधेश्याम की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा, खाली कारतूस, खून से सने कपड़े और बाइक बरामद कर ली है।
इंदिरानगर निवासी व्यवसायी नाजिम अपनी प्रेमिका अमरीन से काफी मेलजोल रखता था। नाजिम ने उससे शादी करने का वादा किया था। अमरीन ने बताया कि वह नाजिम से शादी करना चाहती थी, लेकिन उसने वादा तोड़कर नवंबर में अन्य युवती से शादी कर ली। उसने पहले ही नाजिम से कहा था कि यदि दोनों की शादी नहीं हुई तो वह जहर खाकर जान दे देगी या उसे मार डालेगी।
वह गर्भपात भी करा चुकी थी। फिर भी नाजिम ने उसके साथ बेवफाई की। शादी होने के बाद नाजिम खान के रुख में काफी बदलाव हो गया। इस पर अमरीन ने नाजिम की दुकान पर हंगामा भी किया था, तब नाजिम ने उसे समझा दिया था। बेवफाई से आहत अमरीन ने तभी से उसे मारने के लिए षड्यंत्र रचना शुरू कर दिया। अमरीन की राधेश्याम से भी दोस्ती थी।
बृहस्पतिवार को षड्यंत्र के तहत नाजिम के साथ वह चंदादेवी में पहुंची। नाजिम की हत्या के बाद उसने नाजिम के बड़े भाई वाजिद उर्फ राजू को फोन पर बताया कि नाजिम का एक्सीडेंट हो गया है। योजना तय थी कि यदि नाजिम बच गया तो प्रेमिका उसका गला रेतकर मार डालेगी। इसी कारण वह घर से चाकू साथ लेकर चंदादेवी गई थी।
अमरीन ने बताया कि नाजिम ही उसका खर्च उठाया करता था, लेकिन शादी के बाद उसने मुंह मोड़ लिया था। इस कारण वह नाजिम से नाराज थी। नाजिम ने ब्यूटीशियन के कार्य के लिए भी उसकी मदद की थी। आरोपी राधेश्याम ने बताया कि वह बृहस्पतिवार को नाजिम को गोली मारने के बाद अपनी बाइक से हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचा। वहां से अपना बैग उठाकर घर गया। उसने खून से सने कपड़ों को बदला और नए कपड़े पहने।
बताया कि नाजिम खान के साथ भीमताल की तरफ जाने से पहले तिकोनिया पहुंचने पर उसने राधेश्याम को फोन कर चंदादेवी की तरफ आने को कहा था। वह दोपहर एक बजे नाजिम को लेकर वहां पहुंच गई थी। चंदा देवी के पास सुनसान जगह पर बैठकर अमरीन ने नाजिम को बातों में उलझाए रखा।
दो बजे के बाद राधेश्याम पुलिस जैसी वर्दी पहनकर चंदादेवी के पास पहुंचा, जहां उसने कुछ वाहन चालकों से हेलमेट पहनकर वाहन चलाने को कहा था। बाद में वह नाजिम के पास पहुंचा, यहां आधे घंटे तक दोनों में विवाद होता रहा। बाद में राधेश्याम नाजिम को गोली मारकर फरार हो गया।