तापसी पन्नू ने कही एक्टिंग छोड़ने की बात, ये है वजह
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू और भूमि पेडणेकर अपकमिंग फिल्म ‘सांड की आंख’ में बुजुर्ग शूटर प्रकाशी और चंद्रो तोमर की भूमिका निभा रही हैं। इसे लेकर कई लोग उनकी आलोचना भी कर रहे हैं। बॉलीवुड की वेटरन एक्ट्रेस सोनी राजदान और नीना गुप्ता ने हाल ही में एक स्टेटमेंट में कहा था कि बेहतर होगा कि तापसी और भूमि अपनी उम्र की दिल्ली गर्ल्स का रोल करें। इसे लेकर अब तापसी का रिएक्शन सामने आया है।
तापसी ने एक बातचीत में वेटरन एक्ट्रेसेस के स्टेटमेंट का जवाब देते हुए कहा, “एक काम करती हूं, मैं एक्टिंग करना छोड़ देती हूं और सिर्फ दिल्ली की रहने वाली और अपनी उम्र की लड़कियों के किरदार ही करती हूं। हम एक्टर हैं…तो क्या हमें एक्टिंग छोड़ देनी चाहिए? एक्टर होने के नाते मैं कभी-कभी मैं अलग उम्र के किरदार भी करूंगी। मुझे लगता है कि हमें कैमरा एक्टर्स बनना छोड़ना चाहिए। मुझे पता है कि यह दिखाना आसान नहीं है, क्योंकि ये महिलाएं 60 की उम्र में बंदूक उठाती हैं और आधी फिल्म में उनकी वर्तमान उम्र की ही कहानी है।”
एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में सोनी राजदान ने कहा था, “मैं इन दोनों ही एक्ट्रेस को बहुत पसंद करती हूं। लेकिन क्यों? मुझे लगता है कि यह बॉक्स ऑफिस के लिए है। लेकिन आप 60 साल के लोगों पर फिल्म बनाते ही क्यों हैं, जब उनमें असली उम्र की एक्ट्रेसेस को कास्ट नहीं कर सकते?” वहीं, नीना गुप्ता ने कहा था, “यह बिजनेस है। वे उसे ही लेते हैं, जो उनके प्रोजेक्ट के लिए सही हो। हो सकता है कि हम (बुजुर्ग एक्टर्स) न बिकते।”नीना ने इससे पहले भी एक ट्वीट में सवाल उठाते हुए लिखा था, “हमारी उम्र के रोल तो कम से कम हमसे करा लो।”
तापसी कहती हैं कि उन्हें आलोचना से कोई फर्क नहीं पड़ता। उनके शब्दों में, “मैं अपने करियर के इस मोड़ पर बुजुर्ग महिला की भूमिका के लिए हो रही आलोचना से बहुत खुश हूं। हो सकता है कि लोगों ने मुझे अलग-अलग तरह के यंग रोल में देखा है। इसलिए वे इसे नहीं पचा पा रहे हैं।”
बकौल तापसी, “जब मैं स्क्रिप्ट सुन रही थी, तब मेरे ध्यान में मेरी मां थी। मैं 2 घंटे तक रोती रही। हर मोमेंट मुझे मां की याद दिला रहा था। जैसे कि मेरी रील मां कहती है- मैं अपनी बेटियों को वैसे जीवन नहीं बिताने दूंगी जैसा कि मैंने जिया। अगर इसके लिए मुझे 60 की उम्र बंदूक भी उठानी पड़े, तो मैं वह भी करूंगी।”