टीम इंडिया इन पांच वजह से हुई और मजबूत
नई दिल्ली। टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ वन डे सीरीज में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। पूरी सीरीज में हर खिलाड़ी ने पहले से बेहतर प्रदर्शन कर विश्व कप 2019 के लिए टीम इंडिया की दावेदारी और पुख्ता कर दी है। यहां हम आपको सीरीज के पांच ऐसे रोमांचक पलों की जानकारी देंगे जिनसे टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ और मजबूत हो गई है।
धोनी ने बताया वह अब भी हैं बेस्ट फिनिशर
एमएस धोनी ने दूसरे वन डे में भुवनेश्वर कुमार के साथ बेहतरीन साझेदारी कर टीम इंडिया को असंभव जीत दिलाई। श्रीलंका के गुगली मास्टर अकिला धनंजय के लगातार झटकों से टीम इंडिया दूसरे मैच में गहरे संकट में फंस गई थी। लेकिन धोनी ने अपने अनुभव से मैच भारत की झोली में डाल दिया। श्रीलंका के 236 रनों के टारगेट का पीछा कर रही टीम इंडिया एक समय 1 विकेट पर 109 रन थी और बाद में 131 रनों पर उसके 7 विकेट गिर चुके थे। लेकिन धोनी ने फिनिशर की भूमिका निभाते हुए शानदार नाबाद 45 रन बनाए और टीम इंडिया को हार से बचा लिया। भुवनेश्वर ने नाबाद 53 रनों की पारी खेली।
तीसरे मैच में भी धोनी ने रोहित शर्मा के साथ एक बार फिर टीम इंडिया को हार से बचाया। इस पारी में उन्होंने नाबाद 67 रन बनाए। चौथे मैच में भी धोनी ने नाबाद 49 रन बनाए। धोनी ने इन तीन नाबाद पारियों के साथ संकेत दिया कि अभी उनमें काफी क्रिकेट बची है। चयनकर्ताओं को बताया कि वह 2019 विश्व कप के लिए मानसिक रूप से तैयार हैं। सीरीज के दौरान धोनी ने अपने करियर का 300 वां मैच भी खेला। वन डे करियर में 100 स्टंपिंग का रिकॉर्ड बनाया। 73 बार नाट आउट रहने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
कोहली की लाजवाब बल्लेबाजी और कप्तानी
विराट कोहली टीम इंडिया की जीत की गारंटी बन चुके हैं। कोहली ने आक्रामक कप्तानी से श्रीलंका को उसी की मांद में चारों खाने चित्त कर दिया। टेस्ट सीरीज में 3-0 की जीत के बाद वन डे में भी उन्होंने श्रीलंका पर कोई रहम नहीं किया। पहले वन डे में नाबाद 82 रनों की पारी खेली। दूसरे और तीसरे मैच में उनका बल्ला नहीं चला। लेकिन कोलंबो में चौथे और पांचवें वन डे में लगातार शतक लगाकर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। कोहली के वन डे में अब 30 शतक हो गए हैं। सीरीज में शतकों के मामले में जयसूर्या को पीछे छोड़ा और रिकी पोंटिंग की बराबरी की। अब उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर हैं, जिनके वन डे में 49 शतक हैं।
विराट ब्रिगेड के युवाओं का शानदार प्रदर्शन
विराट कोहली टीम में युवाओं को अधिक से अधिक मौका देते हैं। युवा खिलाड़ी कप्तान कोहली की उम्मीदों पर खरा भी उतरते हैं। सीरीज में मनीष पांडेय, केदार जाधव, यजुवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव ने अच्छा प्रदर्शन किया। मध्यमक्रम में मनीष पांडेय और केदार जाधव ने बल्ले के प्रदर्शन से विश्व कप 2019 के लिए अपनी दावेदारी पुख्ता की। यजुवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल ने सही समय पर विकेट निकालकर श्रीलंका को सीरीज में बैकफुट पर ढकेला। इन युवाओं ने बेंच स्ट्रेंथ इतनी मजबूत कर दी है कि कप्तान विराट कोहली को प्लेइंग 11 चुनने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।
रोहित के बल्ले ने इस बार श्रीलंका में उगली आग
रोहित शर्मा ने 2012 के दौरे में श्रीलंका में कुछ खास नहीं कर पाए थे। उनका श्रीलंका में सीरीज शुरू होने से पहले प्रदर्शन साधारण ही था। उन्होंने सीरीज से पहले श्रीलंका में कुल 21 मैचों में 281 रन बनाए थे। उनका सर्वाधिक स्कोर 69 रन था। लेकिन पांच साल बाद इस बार श्रीलंका में रोहित ने बेहतर प्रदर्शन किया। इस सीरीज में शानदार 2 शतक और एक अर्धशतक जड़ दिए। उन्होंने दूसरे वन डे में शतक बनाकर धोनी के साथ भारत को जीत दिलाई।