जनता कैबिनेट पार्टी के रूप में उत्तराखंड के लिए तीसरा विकल्प तैयार हो चुका है: भावना पांडे
देहरादून/हल्द्वानी। जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) के रूप में उत्तराखंड की जनता को तीसरा विकल्प मिल चुका है। ये कहना है जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे का। हल्द्वानी में आयोजित एक प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जेसीपी को चुनाव आयोग से पंजीकरण मिल चुका है।
पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता बीते 21 वर्षों से एक मजबूत विकल्प की तलाश में थी। कोई ठोस विकल्प न होने की वजह से राज्य की भोलीभाली जनता कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस को वोट देते आयी है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता की मजबूरी समाप्त करने के लिए उन्होंने जनता कैबिनेट पार्टी के रूप में एक मजबूत विकल्प तैयार किया है।
उन्होंने उत्तराखंड क्रांति दल और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूकेडी उत्तराखंड के लिए एक तीसरा विकल्प बन सकती थी किन्तु ऐसा हो नहीं पाया। वहीं अब बाहरी दल आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में सेंध लगाने की फ़िराक़ में है, जिनका उत्तराखंड के आंदोलन व यहां की संस्कृति से कोई लेना देना नहीं है और न ही वे यहाँ के लोग हैं। वे यहाँ पैर पसारने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इसका पुरजोर विरोध करती हैं।
भावना पांडे ने प्रेसवार्ता के दौरान बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने जा रही है, जिनके नामों की घोषणा जल्द ही कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी उत्तराखंड में जिलेवार रैलियां करेगी, जिसकी शुरुआत देहरादून से होने जा रही है।
उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए कहा कि ये दोनों ही दल बड़े शातिर हैं, जो उत्तराखंड की जनता को गुमराह करने में लगे हुए हैं। इसी का उदाहरण है कि इन्होंने अभी तक अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है। उन्होंने उत्तराखंड की जनता से अपील की है कि इस बार निर्दलीय प्रत्याशियों को न जिताएं क्योंकि बाद में विधायक बनने पर ये चंद रुपयों के लालच में बिक जाते हैं।
उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी पर एक बड़ा वार करते हुए कहा कि पहले कांग्रेस के नेता बीजेपी में शामिल हो जाते हैं और फिर बाद में भाजपा के नेता कांग्रेस जॉइन कर लेते हैं। इस तरह से ये दल मासूम जनता को गुमराह करते हैं। उन्होंने कहा कि इन दलों का ये तरीका समाप्त करने के लिए ही वे तीसरे विकल्प जेसीपी के साथ राजनीति के अखाड़े में उतरी हैं।
भावना पांडे ने कहा कि वे उत्तराखंड की आंदोलनकारी बेटी हैं। उत्तराखंड को पृथक राज्य के रूप में पाने के लिए उन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार नहीं दे रही है जिस वजह से पलायन बढ़ रहा है। आज लाखों युवा पलायन कर उत्तराखंड से बाहर रोजगार कर रहे हैं। राज्य की महिलाएं सड़कों पर आंदोलन कर रही हैं, आशा कार्यकत्रियां, भोजन माताएं व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रही हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आज बेरोजगारी का आलम ये है कि पाटनदायी सिर्फ 500 रुपये में लंबे समय से काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस पार्टियां जुमलों की राजनीति करती आई हैं। सरकार में आने पर ये दल साढ़े चार साल तक कोई कार्य नहीं करते और आखिर में चुनाव नजदीक आता देख जुमलों की सियासत करते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आज भी अनेकों समस्याएं सामने खड़ी हैं। पहाड़ में आज भी लोगों को जंगली जानवरों का भय बना हुआ है। रोजगार के अभाव में पलायन की वजह से पहाड़ के गाँव खाली हो चुके हैं। हमारी औद्योगिक इकाइयों में बाहरी व्यक्तियों को रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की अफसरशाही में भी बाहरी लोगों का दबदबा बना हुआ था जिसके विरुद्ध उन्होंने आवाज़ उठाई।
एक सवाल के जवाब में भावना पांडे ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से अपनी पार्टी के लिए ‘क्रेन’ का चुनाव चिन्ह मांगा है। उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि वे क्रेन से ही विरोधियों का सफाया करेंगीं। उन्होंने आशा जताई कि उत्तराखंड की जनता का आशीर्वाद उन्हें प्राप्त होगा और आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी सीटों पर विजयी होकर राज्य में सरकार बनाएगी।