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पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा- फिर से गुलजार होगी औली

जोशीमठ में भू धंसाव का असर औली की पर्यटन गतिविधियों पर भी पड़ा है। बर्फबारी के बावजूद औली सूना पड़ा है। गिने चुने पर्यटक ही यहां पहुंच रहे हैं। वहीं अब पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने स्पष्ट किया है कि औली में इस बार विंटर गेम कराए जाएंगे।

देहरादून। शीतकाल में औली की वजह से गुलजार रहने वाला जोशीमठ इस बार वीरान पड़ा है। सरकार इस वीरानी को तोड़ना चाहती है। इसलिए औली में हर हाल में विंटर स्पोर्ट्स कराने की घोषणा की है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने स्पष्ट किया है कि औली में इस बार विंटर गेम कराए जाएंगे। इसके साथ ही स्थानीय युवाओं ने भी सुरक्षित औली का संदेश देने के लिए स्कीइंग परीक्षण शुरू कर दिया है।

औली में पर्यटन व्यवसाय से बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए हैं। यहां बर्फबारी के दौरान पर्यटन का पीक सीजन होता है। अक्सर बर्फबारी होते ही औली पर्यटकों से पैक हो जाता है, लेकिन इस बार जोशीमठ में भू धंसाव के चलते पर्यटकों ने औली का रुख करना कम कर दिया है। इससे यहां का पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इधर, राज्य के पर्यटन विभाग ने इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को मुश्किल घड़ी से उबारने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि औली पूरी तरह से सुरक्षित है। सरकार औली में शीतकालीन खेल कराएगी। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में महाराज ने स्पष्ट किया कि पर्यटन विभाग औली में शीतकालीन खेल कराने को लेकर पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों को व्यवस्था बनाने के निर्देश भी दिए हैं। बता दें कि जोशीमठ में आपदा के चलते इस साल शीतकालीन खेलों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी थी, लेकिन मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि औली में शीतकालीन खेल कराए जाएंगे।

सुरक्षित औली का संदेश देने को शुरू किया स्कीइंग कोर्स

जोशीमठ में भू धंसाव का असर औली की पर्यटन गतिविधियों पर भी पड़ा है। बर्फबारी के बावजूद औली सूना पड़ा है। गिने चुने पर्यटक ही यहां पहुंच रहे हैं। अब स्थानीय युवाओं ने सुरक्षित औली का संदेश देने के लिए स्कीइंग कोर्स शुरू किया है, जिसमें यहां आने वाले पर्यटकों को स्कीइंग सिखाई जा रही है।

पर्यटन व्यवसाय से जुड़े औली निवासी दिनेश भट्ट ने बताया कि बर्फबारी के बाद भी यह खूबसूरत पर्यटन स्थल सूना पड़ा है। इन दिनों यहां खूब चहलकदमी होनी चाहिए थी, लेकिन स्थिति इसके ठीक उलट है। उन्होंने कहा कि हम सबने मिलकर एक कोशिश की है, जिससे देश दुनिया के लोगों को संदेश दे सकें कि औली सुरक्षित है। इसके लिए यहां पर स्कीइंग कोर्स चलाया जा रहा है।

औली आने वाले गिने चुने पर्यटकों को स्कीइंग के गुर सिखाए जा रहे हैं। इससे जहां लोगों में औली के सुरक्षित होने का संदेश जा रहा है, वहीं स्कीइंग से जुड़े लोगों की कुछ इनकम भी हो रही है। बताया कि इन दिनों यहां पर 40 पर्यटकों को स्कीइंग सिखा रहे हैं, जिसमें गुजरात, दिल्ली, मुंबई, राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों के पर्यटक शामिल हैं। कुछ पर्यटक विदेशी भी हैं।

 

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