उद्योग स्थापना के कार्यक्रमों का सरलीकरण कर दिया गया है : CM
श्री रावत ने कहा कि नीति आयेाग के अनुसार हम व्यापारिक पारदशिर्ता के क्षेत्र में हम 23वें स्थान से 9वें स्थान में आये है जिसे और और अधिक सुधारने के लिये प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि एमएसएमसी के अन्तर्गत प्रदेश ने सितम्बर से अक्टूवर तक 868 करोड पूंजी निवेश किये जाने का प्रयास किया है। श्री रावत ने प्रदेश में दो टूल रूम केन्द्र और स्थापित करने की बात कही । उन्होंने कहा कि जसपुर में टैक्सटाइल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से उद्योगों के विस्तार पर केन्द्र से हर सम्भव सहयोग देने की बात कही। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि टूल केन्द्र का निर्माण कियाा जाना क्षेत्र के लिये उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यहां के सिडकुल क्षेत्र आटोमोबाइल हब के रूप में विकसित हो रहा है। यह टूल केन्द्र 20 एकड क्षेत्र में विकसित होगा। श्री मिश्र ने कहा कि प्रोद्योगिकी केन्द्र क्षेत्र के सामान्य इंजीनियरिंग तथा आॅटोमोबाइल उद्योगों को तकनीकी सहायता एवं दक्ष श्रमिक सहायता प्रदान करने के साथ ही टूल्स डाइज,मोल्ड और प्रीसिजन कम्पोनेंट आदि के डिजाइन एवं विकास और विनिर्माण के जरिये सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत केन्द्र सरकार तेजी से कार्य कर रही है ।
उद्योग स्थापना के कुछ कार्यक्रमों का सरलीकरण कर दिया गया है 14वें वित्त आयोग द्वारा उद्योगो कों धनराशि दी जा रही है। प्रदेश में छोटी-छोटी औद्योगिक ईकाइयां स्थापित की जा रही है, जिसमें इस जिले के काशीपुर में भी एक टूल केन्द्र खोला जायेगा। क्षेत्र की औद्येगिक बिषमताओं को दूर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में उद्योगों के विस्तार के लिये केन्द्र सरकार गंभीर है तथा उद्योगों के मामले में किसी भी प्रकार की शिकायत का मौका नही दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उद्योगों के विकास पर तेजी से कार्य किया जा रहा है तथा कलस्टर के रूप में उद्योग विकसित करने के लिये उन्होंने 30 करोड की धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की ।