‘उधमिता विकास’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया
देहरादून। युवाओं को स्वावलंबी बनाने और रोजगार संबंधी जानकारी देने के उद्देश्य से ‘उधमिता विकास’ नामक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
दो सप्ताह तक चली इस कार्यशाला का आयोजन देहरादून के साई इंस्टिट्यूट ऑफ पारामेडिकल एंड एलाइड साइंसेज में किया गया। 27 जून से शुरू हुई इस कार्यशाला का आयोजन 12 जुलाई तक किया जा रहा है।
कार्यशाला की आयोजक एवं संस्थान की चेयरपर्सन रानी अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं में रोजगार के प्रति जागरूकता बढ़ाना एवं बेरोजगार युवाओं को स्वावलंबी बनाना है। उन्होंने कहा कि उनके संस्थान में समय-समय पर ऐसे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहे हैं और ये सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
उनके अलावा साई इंस्टिट्यूट की प्रधानाचार्या डॉक्टर संध्या डोगरा ने बताया कि यह एक फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम है जिसका आयोजन नोएडा की एशियन सोसाइटी फ़ॉर इंटरप्रीनुअरशिप एजुकेशन एंड डेवलोपमेन्ट के सहयोग से किया गया है। कार्यशाला में संस्थान के शिक्षकों को नया कारोबार शुरू करने एवं व्यापार करने के नए तरीकों के साथ ही बारीकी से व्यवसाय के गुर सिखाए गए जिससे वे अपने छात्रों को बेहतर तरीके से स्वावलंबी बनने के बारे में बता सकें और अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए जागरूक कर सकें। संस्थान का मकसद है कि उनके यहाँ शिक्षा ग्रहण करने वाला प्रत्येक विद्यार्थी ना सिर्फ स्वयं स्वावलंबी बने बल्कि अन्य बेरोजगारों को भी रोजगार उपलब्ध करा सके।
कार्यशाला में संस्थान की चेयरपर्सन रानी अरोड़ा, प्रिंसिपल डॉक्टर संध्या डोगरा, डॉ. नेहा, डॉ. आराधना, डॉ. शिखा ठाकुर, सुबोध बुडाकोटी, शिप्रा दामिर, अनूप सचान, हेमेंद्र नेगी, डॉ. विकास मिश्रा एवं आशा बाला आदि मौजूद रहे।