अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर छोटा राजन समेत नौ दोषियों को उम्रकैद की सजा
मुंबई। पत्रकार जेडे हत्याकांड में अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर छोटा राजन समेत नौ दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। राजन अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का पूर्व गुर्गा है। पत्रकार की हत्या के मामले में वह मुख्य आरोपी था। महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) की कोर्ट ने आज (दो मई) इस मामले पर फैसला सुनाया गया। सुनवाई के दौरान राजन को कोर्ट ने दोषी करार दिया था, जबकि एक अन्य पत्रकार जिगना वोरा को बरी कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि राजन पहली बार जेल की सजा काटेगा।
क्या है मामला:
याद दिला दें कि 11 जून 2011 को वरिष्ठ पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या कर दी गई थी। मुंबई के पवई इलाके में वह बाइक से अपने घर जा रहे थे, तभी दिनदहाड़े उन्हें गोली मार दी गई थी। कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की रंजिश में उनकी हत्या हुई थी। जेडे मुंबई में माने हुए क्राइम रिपोर्टर माने जाते थे। वह मिड डे अखबार में काम करते थे।
बाली में धरा गया था:
राजन का असली नाम सदाशिव निखलांजे हैं। 2015 में उसे इंडोनेशिया के बाली में अरेस्ट किया गया था। फिर वहां से उसे दिल्ली लाया गया था, जबकि जेडे हत्याकांड में अन्य आरोपी विनोद असरानी की मौत हो चुकी है।
जिगना पर यह था आरोप:
वरिष्ठ पत्रकार की हत्या के मामले की जांच शुरू में मुंबई पुलिस कर रही थी। लेकिन 2016 में इसे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया था। आरोप था कि पत्रकार जिगना ने जेडे की मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट और उनके घर के पते की सूचना डॉन तक पहुंचाई थी।
राजन को बताया था चिंदी:
राजन ने कहा था कि उसने जेडे की हत्या नहीं कराई। मगर सीबीआई के अनुसार, जेडे की रिपोर्ट्स से आजिज आकर राजन ने उन्हें गोली मरवाई थी। सूत्रों की मानें तो जेडे उस वक्त एक किताब लिख रहे थे, जिसमें उन्होंने राजन को चिंदी (तुच्छ अपराधी) बताया था।
घर के पास कराई थी रेकी:
छोटा राजन ने अपने गुर्गे सतीश काल्या को फोन कर जेडे का कत्ल करने के लिए कहा था। काल्या ने इसके बाद सात लोगों का गैंग बनाया और गाड़ी बंदूकों का बंदोबस्त किया था। हत्या से पहले हमलावरों ने जेडे के घर के आसपास की रेकी भी की थी।