अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्वाभ्यास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान
ऋषिकेश। केंद्रीय राज्य मंत्री पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन भारत सरकार मंत्री संजीव बालियान परमार्थ निकेतन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्वाभ्यास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पशुपालन, डेयरी व मत्स्य पालन के विकास की अपार संभवनाएं मौजूद हैं, इससे लोगों को स्वरोजगार के बहुत से साधन उपलब्ध हो सकते हैं तथा उनकी आर्थिकी भी मजबूत हो सकती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा इन क्षेत्रों में अनेक योजनाएं संचालित की है, जिनका उचित व प्रभावी क्रियान्वयन होने पर उत्तराखंड की दिशा व दशा बदल सकती है। उन्होंने इन क्षेत्रों से सम्बंधित योजनाओं व कार्यक्रमों के संबंधों में केंद्र सरकार से उत्तराखंड को हर सम्भव आश्वाशन दिया।
केंद्रीय मंत्री बलियान ने कहा कि उत्तराखंड आध्यात्मिकता व प्राकृतिक सुंदरता से अभिभूत है तथा वह गंगा घाट पर गंगा के मनोहारी और सुरम्य नजारे से मन्त्रमुग्ध हुए। उन्होंने सभी को आगामी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगा कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया।
इस दौरान वन मंत्री उत्तराखंड सरकार सुबोध उनियाल ने कहा कि मा. प्रधानमंत्री ने भारत के योगा को विश्व पटल पर पहुंचाने के लिए बड़ा योगदान किया है। उनके ही अथक प्रयासों से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है।
इस दौरान पशुपालन मंत्री उत्तराखंड सौरभ बहुगुणा ने अपने संबोधन में कहा कि योग करने से जीवन शैली और अनेक मानसिक रोगों से छुटकारा मिलता है तथा एक लंबा व स्वस्थ जीवन जीने का अवसर भी प्राप्त होता है।
स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट ने कहा कि योग के महत्व को देखते हुए इसे पहाड़ी क्षेत्रों में भी अधिक से अधिक बढ़ावा देना चाहिए, जिससे वहां के लोग भी स्वस्थ व संतुलित जीवन जीने का आनंद ले सकें।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 काउंटडाउन का स्वागत संबोधन सचिव पशुपालन डॉ. बीवी आरसी पुरुषोत्तम द्वारा किया गया तथा इस दौरान जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे, निदेशक पशुपालन डॉ. प्रेम कुमार, साधवी परमार्थ निकेतन भगवती सरस्वती, अपर निदेशक पशुपालन डॉ. अविनाश आनन्द, ब्लॉक प्रमुख आशा भट्ट, परियोजना समन्वयक भेड़ एवं ऊन विकास बोर्ड डॉ. कमल सिंह सहित योगा में प्रतिभाग करने वाले लोग उपस्थित थे।