आजादी की 76 वीं वर्षगांठ पर संयुक्त नागरिक संगठन ने आयोजित की गोष्ठी
इस अवसर पर उपस्थित उत्तर प्रदेश के प्रादेशिक सचिव रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन मास्टर करतार सिंह की 23 वीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजली दी गयी।
देहरादून। देश में आज ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की तर्ज पर ‘भ्रष्टाचारियों उत्तराखंड छोड़ो’ आंदोलन आरंभ करने की जरूरत है। नेताओं और नौकरशाही को देश प्रेम, ईमानदारी, नैतिकता, कर्तव्यनिष्ठा का पक्का पाठ दुबारा से याद करा कर सच्चा देशभक्त बनाया जाना ही स्वतंत्रता संग्राम के योद्धाओं को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।ये विचार आजादी की 76 वीं वर्षगांठ पर संयुक्त नागरिक संगठन के तत्वाधान में आयोजित गोष्ठी, जिसका विषय ‘देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, कारण और निदान के उपाय’ था, में व्यक्त किए गये।
इस अवसर पर उपस्थित उत्तर प्रदेश के प्रादेशिक सचिव रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन मास्टर करतार सिंह की 23 वीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजली दी गयी। बताया गया कि अपनी आखिरी सांस तक ये देशप्रेम से ओतप्रोत फिल्मों, प्रदर्शनों, गोष्ठियों व सभाओं के माध्यम से समाज मे देशभक्ति की अलख जगाते रहे।
गोष्ठी में समाजिक संगठनो के प्रतिनिधियों ने कहा कि समाज मे नैतिक मूल्यो की लगातार हो रही गिरावट, उपभोक्ता संस्कृति का बढता आकर्षण, जनसंख्या का दबाव, राजनैतिक नेताओं और अधिकारियों के बीच साठगांठ भी भ्रष्टाचार का कारण है।
कुछ वक्ताओं ने राजनैतिक अपराधिकरण, बढ़ते चुनावी खर्च, राजनीतिक इच्छाशक्ति का अभाव, प्रशासनिक जटिल नौकरशाही में पारदर्शिता का अभाव, प्रशासन ने अनिश्चितता, भ्रष्टाचार रोधी कानूनों के क्रियान्वयन का अभाव, जटिल न्यायिक प्रक्रियायें और कार्मिको को अनुचित संरक्षण को भी नासूर की संज्ञा दी। जागरूक लोगों ने कहा इन बुराईयो से सामाजिक असमानता तथा असंतोष, लोककल्याण सहित सामाजिक न्याय में भी कमी आयी है।
भ्रष्टाचार रोकने के उपायों में बताया गया कि केन्द्र और राज्य सरकारें कार्मिकों की सेवा शर्तों को आकर्षक बनाते हुए प्रशासनिक प्रक्रियाओ का सरलीकरण करे। अधिकारियो मे नैतिक आचार संहिता हेतु जन जागरूकता अभियान चलाये और शासन प्रशासन के कार्यो में जनसहभागिता सुनिश्चित करते हुए सीबीआई, सीबी एस, एसआईटी आदि संस्थाओं को राजनैतिक हस्तक्षेप से मुक्त किया जाना, ई- गवर्नेंस को बढ़ावा, सूचना के अधिकार का अधिकाधिक उपयोग, भ्रष्टाचार के मामलों मे त्वरित निर्णय भी इस नासूर को जड़ से उखाड़ने मे मददगार बनेगे।
कार्यक्रम में रवि सिंह नेगी, अनिल पैन्यूली, ब्रिगेडियर केजी बहल, लै.कर्नल बीएम थापा, चौ. ओमवीर सिंह, जीएस जस्सल, प्रकाश नागिया, कर्नल बीडी गंभीर, मेघा पैन्यूली, कमला लोहानी, एमएस तोमर, दिनेश भंडारी, उषा कोठारी, प्रदीप कुकरेती, सुशील त्यागी, प्रेम खन्ना, महिपाल सिंह कंडारी, मुकेश नारायण शर्मा, रणवीर सिंह मेहरोत्रा, मोहम्मद इस्लाम, सत्यप्रकाश कोठारी, हर्ष निधी शर्मा, विकास खन्ना, डॉक्टर वीके गर्ग, रविशंकर भाटिया, चौधरी चंद्रपाल सिंह, उमाशंकर गौतम, चंद्रजोशी आदि शामिल थे।