उत्तराखण्ड नगर निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने इन नामों पर लगायी मुहर
देहरादून। उत्तराखण्ड में होने जा रहे नगर निकाय चुनाव के लिए चार घंटे तक चली मैराथन बैठक के बाद भाजपा ने शनिवार देर रात नगर निगमों में महापौर और नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत अध्यक्ष पदों के लिए 78 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। शेष छह प्रत्याशियों के नाम रविवार को घोषित किए जाएंगे। प्रत्याशी चयन में जहां मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पसंद को तवज्जो दी गई, वहीं उम्मीदवारों के अनुभव के साथ ही उनकी सर्वग्राही और सर्वस्पर्शी छवि को महत्व दिया गया है। यही नहीं, कुछ नए चेहरों पर भी पार्टी ने दांव खेला है। महापौर पद के प्रत्याशियों में सुनील उनियाल गामा (देहरादून), अनु कक्कड़ (हरिद्वार), अनीता ममगाईं (ऋषिकेश), नीतू रावत (कोटद्वार), उषा चौधरी (काशीपुर), रामपाल सिंह (रुद्रपुर) व जोगेंद्र रौतेला (हल्द्वानी) शामिल हैं।
भाजपा में निकाय चुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही माथापच्ची को शनिवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में हुई पार्टी की निकाय चुनाव संचालन समिति की बैठक में मुकाम मिला। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में हुई समिति की बैठक में दोपहर बाद करीब सवा तीन बजे से चार घंटे तक गहन मंथन चला।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक बैठक में 84 नगर निकायों के अध्यक्ष की कुर्सी के लिए उम्मीदवार तय करने के संबंध में तैयार किए पैनल और कुछ समय पहले पार्टी की ओर से कराए गए सर्वे में सामने आए बिंदुओं को रखा गया। एक-एक प्रत्याशी के बारे में न सिर्फ चर्चा की गई, बल्कि सियासी और सामाजिक समीकरणों के साथ ही प्रत्याशी की बेदाग छवि, जनता के बीच पकड़ को कसौटी पर परखने के बाद नामों पर मुहर लगाई गई।
हालांकि, चार घंटे तक चली बैठक में सूची करीब-करीब फाइनल कर ली गई थी, लेकिन ऋषिकेश नगर निगम और कुछेक नगर पालिका परिषदों में प्रत्याशी चयन को कुछ और जानकारी मांगी गई। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्यमंत्री रावत के अलावा भाजपा के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत, प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत, मदन कौशिक व यशपाल आर्य, राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला, महामंत्री नरेश बंसल, खजानदास व गजराज सिंह बिष्ट, प्रदेश महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष नीलम सहगल मौजूद रहे।
इस बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष भट्ट की अगुआई में प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, महामंत्री संगठन संजय कुमार, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक समेत अन्य सदस्यों की फिर से बैठक हुई, जिसमें ऋषिकेश समेत अन्य निकायों के प्रत्याशियों के नाम भी फाइनल कर दिए गए। हालांकि, इसमें मुख्यमंत्री मौजूद नहीं थे। देर रात पार्टी ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इसमें मुख्यमंत्री की पसंद को सर्वोपरि रखा गया है।
सात नगर निगम में महापौर के सभी प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए गए हैं। देहरादून में भाजपा के प्रदेश सचिव सुनील उनियाल गामा को प्रत्याशी बनाया गया है। उन्हें मुख्यमंत्री के करीबियों में शुमार किया जाता है। हरिद्वार में अनु कक्कड़ के नाम पर मुहर लगी है। उन्हें कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के नजदीकियों में शामिल माना जाता है। हालांकि, भाजपा से उनका जुड़ाव नया है। ऋषिकेश में अनीता ममगाईं को उम्मीदवार बनाया गया है। उन्हें मुख्यमंत्री और प्रदेश संगठन की पसंद बताया जा रहा है। कोटद्वार में लैंसडौन क्षेत्र के विधायक दिलीप रावत की पत्नी नीतू रावत को महापौर का प्रत्याशी बनाया गया है। हल्द्वानी में निवर्तमान महापौर जागेंदर रौतेला और काशीपुर में निवर्तमान महापौर उषा चौधरी को तवज्जो दी गई है। रुद्रपुर में पार्टी नेता रामपाल सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है।
वहीं, 39 नगर पालिका परिषदों में से 36 और 38 नगर पंचायतों में से 35 में अध्यक्ष पदों के उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ.देवेंद्र भसीन के अनुसार शेष छह निकायों के प्रत्याशियों की सूची रविवार को जारी कर दी जाएगी। अजय भट्ट (प्रदेश अध्यक्ष भाजपा) ने बताया कि भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र है और सभी पहलुओं पर मंथन के बाद प्रत्याशियों की सूची फाइनल की गई है। ऐसे उम्मीदवार चयनित किए गए हैं, जो सर्वग्राही और सर्वस्पर्शी हों। जनता के बीच पकड़, सोशल इंजीनियरिंग, बेदाग छवि जैसी बातों को भी प्रत्याशी चयन का आधार बनाया गया। अब सभी भाजपा कार्यकर्ता पार्टी प्रत्याशियों की जीत के लिए जुटेंगे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमने निकाय चुनाव में प्रत्याशियों का चयन गंभीरता और गहन मंथन के बाद किया है। यह तो ध्यान रखा ही गया कि जिसे प्रत्याशी बनाया जा रहा है वह जिताऊ हो। साथ ही स्वच्छ छवि को भी आधार बनाया गया। सबसे मुख्य बात यह कि प्रत्याशी चयन में पार्टी कार्यकर्ताओं की बात को पूरा सम्मान दिया गया। भाजपा पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव की ही तरह इन निकाय चुनाव में पूरे राज्य में भारी और एकतरफा तरीके से जीत दर्ज करेगी।