वाराणसी में गिरा फ्लाईओवर का हिस्सा, कई लोगों के दबकर मरने की आशंका
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर का हिस्सा गिर गया। कैंट रेलवे स्टेशन के सामने हुए इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है। वहीं कई लोगों के दबे होने की भी आशंका जताई जा रही है।
ताजा खबर के अनुसार बनारस में मंगलवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। कैंट रेलवे स्टेशन के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक बड़ा हिस्सा धराशायी हो गया। शाम का वक्त होने के कारण फ्लाई ओवर के पास से आवागमन काफी था, इसलिए फ्लाईओवर के मलबे में कई वाहनों के साथ ही कुछ लोग दब गए।
प्रारंभिक सूचना के अनुसार मलबे में कुछ गाड़ियां दब गई हैं। आशंका है कि हादसे में कुछ लोगों की मौत हो गई है। सूत्रों के अनुसार अभी तक 12 लोगों के इस हादसे में मारे जाने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। ये आंकड़ा और अधिक बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मलबे में कितने मजदूर और राहगीर दबे हुए हैं।
मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच चुकी है और राहत बचाव का कार्य जारी है। प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच चुके हैं। हादसे के बाद घटनास्थल पर भगदड़ का माहौल बन गया। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर घटना पर शोक जताया एवं राहत व बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिये।
वहीं इस हादसे में प्रशासन और निर्माण कंपनी की बड़ी लापरवाही उभरकर सामने आयी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार निर्माणधीन फ्लाईओवर के इस बड़े हिस्से को जब उपर चढ़ाया जा रहा था उसी वक्त अचानक ये पलटकर जमीन पर आ गिरा। वहीं घटना की सूचना मिलने की बावजूद प्रशासन एवं पुलिस की टीमें एक घंटे बाद घटनास्थल पर पंहुची।
गौरतलब है कि ऐसी निर्माणाधीन साइट पर पर स्लैब रखते समय यातायात पूरी तरह से डायवर्ट कर दिया जाता है किन्तु इस मामले में ऐसा नहीं किया गया और फ्लाईओवर के नीचे से यातायात सुचारू रूप से चलता रहा जिस वजह से ये बड़ा हादसा घटित हुआ। मामला इस वजह से भी गंभीर हो जाता है कि क्योंकि ये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। खबर आ रही है कि नरेन्द्र मोदी ने इस पूरे मामले पर योगी आदित्यनाथ से फोन पर वार्ता कर घटना की जानकारी ली। समाचार लिखे जाने तक मृतकों की संख्या लगातार बढ़ने की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं।