वहशी दरिंदे ने 8 साल की मासूम को बनाया हवस का शिकार
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मानवता को शर्मसार करने वाला एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पत्नी की हत्या के मामले में कई साल बाद जमानत पर जेल से बाहर आए आरोपी ने चाचा कहकर पुकारने वाली आठ साल की बच्ची को हवस का शिकार बना लिया। आरोपी पीड़ित परिवार के घर में टूटे दरवाजे ठीक कराने आया था। घटना के बाद आरोपी इलाहाबाद भागने की फिराक में था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र निवासी एक परिवार ने सोमवार की दोपहर पड़ोस में रहने वाले परिचित पलंबर को टूटे दरवाजे को ठीक करने के लिए बुलाया था। उसका का पीड़ित परिवार के घर आना-जाना था। वह अक्सर आराम करने के लिए उनके घर आता था। पीड़ित बच्ची आरोपी को चाचा कहकर पुकारती थी। परिजन भी उसके काले अतीत को भूलकर परिवार का सदस्य मानते थे। सोमवार को दरवाजा ठीक करने के बाद आरोपी आराम करने की बात कहकर उनके घर की तीसरी मंजिल पर चला गया। वह परिजनों की आंखों में धूल झोंककर आठ साल की बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया।
बच्ची नीचे आई तो कपड़ों को अस्त-व्यस्त देखकर उन्हें शक हुआ। बच्ची से पूछा तो उसने आरोपी की करतूत बता दी। इसी बीच आरोपी वहां से फरार हो गया। पीड़ित परिवार ने पुलिस चौकी पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने भागदौड़ कर परिजनों की मदद से आरोपी को दबोच लिया। चौकी प्रभारी दिनेश सिंह ने बताया कि आरोपी इलाहाबाद स्थित अपने गांव भागने की तैयारी में था। आरोपी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी पर अपनी पत्नी की भी हत्या करने का आरोप है। मूल रूप से इलाहाबाद निवासी आरोपी लंबे समय से कोतवाली क्षेत्र में रह रहा था। 2015 में उसकी शादी हुई थी। पत्नी से अक्सर उसका झगड़ा होता था। आरोप है कि उसने जलाकर पत्नी की हत्या कर दी थी। मुकदमा दर्ज होने के बाद वह दो साल तक जेल में रहा। करीब सात माह पहले ही वह जमानत पर बाहर आया था।