कोरोना वायरस के शिकार हुए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, ट्वीट कर दी जानकारी
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए है। उन्होनें खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए कहा कि भारत के उपराष्ट्रपति आज सुबह एक नियमित COVID-19 परीक्षण के बाद संक्रमित पाए गए है। उनका स्वास्थ्य अच्छा है। उन्हें होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है। उनकी पत्नी श्रीमती उषा नायडू का टेस्ट नेगेटिव आया है। वह भी सेल्फ आइसोलेशन में है।
उन्होंने कहा कि तेजी से शहरीकरण और आधुनिक जीवनशैली से लोगों के भोजन की आदतों में काफी बदलाव आया है। नायडू ने कहा था कोरोना वायरस महामारी के बीच अधिक से अधिक लोग घर में बने जैविक भोजन पर जोर देने लगे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि स्वस्थ जीवन के लिए लोगों को दिनचर्या और ऋतुचर्या के सिद्धांतों का पालन करना होगा।
वहीं, संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने पर राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सांसदों से कोरोना वायरस से बचने के लिए जरूरी एहतियात बरतने के लिए कहा था। उन्होंने उस समय सभी सांसदों को सभापति के कार्यालय में नहीं आने की भी सलाह दी थी। वेंकैया ने कहा था कि हालांकि उन्हें लोगों से मिलने में अच्छा लगता है लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में सुरक्षा मानदंडों का पालन किया जाना चाहिए। फिलहाल कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उपराष्ट्रपति होम क्वॉरन्टीन पर हैं।
करीब दो दर्जन सांसदों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बीच राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदस्यों से बार-बार हाथ धोने, मास्क पहनने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था ‘‘जब भी आप अपने घर के बाहर किसी व्यक्ति से मिलते हैं तो मास्क पहनना जरूरी है। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात सुरक्षित दूरी बनाए रखना है। इसके अलावा हाथ बार बार धोना भी अहम है।’’ नायडू ने कहा था कि चौथी बात, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने की आवश्यकता है। ‘‘यह पौष्टिक भोजन, स्वस्थ जीवन शैली और व्यायाम से संभव है।’’
उन्होंने कहा था कि वह लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और सदस्यों को एक दूसरे से बातचीत करते समय दूरी बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ छह फुट की सीमा को पार नहीं करें और दूसरे सदस्य की ओर नहीं झुकें यदि यह बहुत महत्वपूर्ण है तो पर्ची भेजें। ’’ नायडू ने कहा कि सदस्य अपनी समस्याओं या शिकायतों को लिखित रूप से बता सकते हैं, यह सबसे अच्छा तरीका है।