Breaking NewsUttarakhand

विचित्र तरीके से देखने की शक्ति खो रहीं हैं भरल!

देहरादून। हिमालय की श्रंखलाओं में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) एक अभियान की शुरुआत कर रहा है, जिसका नेतृत्व करने वाले लवराज सिंह शक्तू ने पाया कि ऊंचाई पर हिमालय की नीली भेड़ें (जिन्हें स्थानीय लोग भरल कहते हैं) एक विचित्र तरीके से देखने की शक्ति खो रहीं हैं।

टीम ने पाया कि भेड़ों की आंखें बाहर निकल आई हैं और उनसे खून बह रहा है, जबकि कुछ भेड़ों के आंखों पर खाली जगह हो गई है। इस इलाके में दो भेड़ों की मौत हो गई थी, जबकि एक अंधा मेमना गड्ढे में गिर गया। वहीं उसकी मां (जो कि अंधी थी) असहाय तरीके से कुछ दूरी पर खड़ी रही।

 

Blue_sheep_Halle_4th_September_2011

Advertisements
Ad 13

 

माना जा रहा है कि यह किसी तरह की बीमारी है। इसके बाद टीम ने गंगोत्री नैशनल पार्क के अधिकारियों को सतर्क कर दिया, साथ ही उन्होंने बताया कि जानवरों को बचाने के लिए टीम जल्द ही भेजी जा रही है। टीम के सदस्यों ने बाद में यह भी बताया कि मेमने की भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) बरेली में मौत हो गई। आईवीआरआई के पशु चिकित्सक ने  बताया कि किसी भी मेमने को इलाज के लिए नहीं भेजा गया था और उन्हें सिर्फ मृत जानवरों के टिशू सैम्पल ही मिले थे।

पार्क के डेप्युटी डायरेक्टर ने भेड़ों में किसी भी तरह की बीमारी फैलने की बात से साफ तौर पर इनकार किया है। कुमार ने बताया कि यहां भेड़ों के अंधे होने या मरने का कोई मामला नहीं हुआ। एक अंधे भेड़ का उदाहरण हमें उसी मामले में मिला है, जिसमें वह गड्ढे में गिरने के बाद मर गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button