ग्रामीणों ने की बंदरो के आतंक से निजात दिलाने की मांग, जिलाधिकारी को भेजा ज्ञापन
जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में कहा है कि यहां महिलाएं इतनी आतंकित हैं कि इनके लिए घरों के बाहर कपड़े सुखाना मुश्किल हो गया है। घर के अंदर रोटी, सब्जी, फल, खाने के सामान, कपड़े आदि बंदर झपट कर ले जा रहे हैं। घरों में रखे गए गमलों की तोड़फोड़ कर पौधों को नष्ट कर रहे हैं।
देहरादून। राजधानी दून के रायपुर स्थित गांव सुंदरवाला और आसपास के क्षेत्रों में बंदरो के आतंक से निजात दिलाने की मांग करते हुए संकल्प शिक्षण एवं कल्याण समिति की महासचिव अनिता नेगी ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन प्रेषित किया है।
जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में कहा है कि यहां महिलाएं इतनी आतंकित हैं कि इनके लिए घरों के बाहर कपड़े सुखाना मुश्किल हो गया है। घर के अंदर रोटी, सब्जी, फल, खाने के सामान, कपड़े आदि बंदर झपट कर ले जा रहे हैं। घरों में रखे गए गमलों की तोड़फोड़ कर पौधों को नष्ट कर रहे हैं। घरों के ऊपर रखी पानी की टंकियों के ढक्कन तोड़कर पानी पीते हैं। अगर महिलाएं इनको हटाने जाएं तो इन पर हमला कर देते हैं। स्थानीय लोगों का यहां जीवन दुश्वार हो गया है। बंदरों को पकड़ने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश देने की भी मांग समिति की ओर से की गई है।
ज्ञापन देने वालों में पुष्पा नेगी, सरस्वती चौहान, अनीता राणावत, मीना मल सहित शशिकांत शाही,अशोक वर्धन, रवि सिंह नेगी, सुरेंद्र कुमार, राजीव पंवार आदि शामिल थे।