खत्म होने की कगार पर है विराट कोहली के साथी खिलाड़ी का करियर, IPL में भी लगा चुका है शतक
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के खत्म होने के बाद अब 21 दिसंबर से विजय हजारे ट्रॉफी का आगाज होगा जिसको लेकर सभी टीमों के स्क्वाड का ऐलान हो चुका है, जिसमें कुछ चौंकाने वाले फैसले भी देखने को मिले हैं। कर्नाटक ने अपनी टीम में उनके सबसे अनुभवी खिलाड़ी मनीष पांडे को इस ट्रॉफी के लिए जगह नहीं दी है।
मुंबई। भारतीय घरेलू क्रिकेट में जहां अभी कुछ दिन पहले ही सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खत्म हुई जिसको मुंबई ने अपने नाम किया वहीं अब 21 दिसंबर से 50 ओवर टूर्नामेंट विजय हजारे की शुरुआत होगी। इसको लेकर सभी क्रिकेट संघों ने अपने-अपने स्क्वाड का ऐलान कर दिया है। इसी में कर्नाटक टीम मैनेजमेंट की तरफ से एक चौंकाने वाला फैसला देखने को मिला है, जिसमें उनके सबसे अहम खिलाड़ी और पूर्व कप्तान मनीष पांडे को ही जगह नहीं मिली। इस फैसले के पीछे सबसे बड़ा कारण अब कर्नाटक मैनेजमेंट नए पुराने प्लेयर्स की जगह पर नए खिलाड़ियों को मौका देने का प्रयास कर रहा ताकि भविष्य के लिए मजबूत टीम को तैयार किया जा सके।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी नहीं चला था बल्ला
मनीष पांडे को बाहर निकाले जाने के पीछे सबसे बड़ा कारण उनका लगातार जारी खराब फॉर्म है जिसमें उन्होंने हाल में ही खत्म हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 5 मैचों में खेलते हुए सिर्फ 117 रन बल्ले से बनाए थे। इस टूर्नामेंट में कर्नाटक की टीम ग्रुप स्टेज से आगे बढ़ने में भी कामयाब नहीं हो सकी थी, जिसमें 8 टीमों के ग्रुप में वह नंबर की पोजीशन पर रहे थे। कर्नाटक क्रिकेट संघ की तरफ से अब उनकी मंशा साफ कर दी गई है, जिसमें केएससीए चयन समिति के चेयरमैन जी अभिराम ने ईएसपीएन क्रिकइंफो को दिए अपने बयान में कहा कि हमने इस बात को महसूस किया है कि अब हमें पुराने प्लेयर्स से आगे बढ़कर नए खिलाड़ियों को मौका देने चाहिए। हम लगातार पिछले प्रदर्शन को देख आगे नहीं बढ़ सकते। जब हम पिछली हार जीते थे वह कर्नाटक की एक युवा टीम थी और हम फिर से युवाओं को मौका देना चाहते हैं।
अब रणजी ट्रॉफी के दूसरे दौर में भी मौका मिला मुश्किल
विजय हजारे ट्रॉफी में नहीं चुने के बाद मनीष पांडे को अगले साल होने वाले रणजी ट्रॉफी 2024-25 के दूसरे दौर के लिए कर्नाटक की टीम में चुना जाना मुश्किल ही लग रहा है। मनीष पांडे आईपीएल के इतिहास में शतक लगाने वाले भारत के पहले खिलाड़ी हैं। वहीं उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 29 वनडे और 39 टी20 मुकाबले भी खेले हैं, जिसमें उन्होंने वनडे में 33.29 के औसत से 566 रन बनाए हैं, इसमें 2 अर्धशतक और एक शतकीय पारी शामिल हैं। वहीं टी20 इंटरनेशनल में मनीष ने 44.31 के औसत से 709 रन बनाए हैं और इसमें तीन अर्धशतकीय पारियां शामिल हैं।
विजय हजारे ट्रॉफी के लिए कर्नाटक की टीम
मयंक अग्रवाल (कप्तान), श्रेयस गोपाल (उप-कप्तान), एस निकिन जोस, केवी अनीश, आर स्मरण, केएल श्रीजीत, अभिनव मनोहर, हार्दिक राज, वैशाक विजयकुमार, वासुकी कौशिक, विद्याधर पाटिल, किशन बेदारे, अभिलाष शेट्टी, मनोज भंडागे , प्रवीण दुबे, लवनीथ सिसौदिया।