हिमाचल में बदलेगा मौसम, हल्की बारिश के आसार
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मौसम करवट लेगा। राज्य में मौसम छह अक्तूबर से खुलने के आसार हैं। छह अक्तूबर तक हल्की बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से जारी किया गया भारी बारिश का अलर्ट अब हट गया है, लेकिन मौसम अभी खराब रहेगा। इस दौरान प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश की हल्की बौछारें गिरेंगी।
ऊना, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सोलन, शिमला, बिलासपुर और सिरमौर व कुल्लू के मैदानी एवं मध्यम उंचाई वाले क्षेत्रों में छह अक्तूबर तक गर्जन के साथ बारिश होने का अनुमान है, जबकि लाहुल-स्पीति व किन्नौर जिलों में पांच व छह अक्तूबर को मौसम साफ रहेगा। शनिवार को राजधानी शिमला में दिन भर बादल छाए रहे। बीच-बीच में धूप भी खिलती रही। पालमपुर को छोड़कर कहीं भी बादल नहीं बरसे। पालमपुर में शनिवार को 17 मिमी बारिश दर्ज की गई। उधर, बीते 24 घंटों के दौरान पालमपुर में 37, कोठी में 32, धर्मशाला में 27, डल्हौजी में 26, बैजनाथ में 14, जोगेंद्रनगर में 13, गग्गल में 12, सलौणी में 10 और मनाली में नौ मिमी बारिश दर्ज की गई है।
शिमला में शनिवार को अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री, सुंदरनगर में 30.3 डिग्री, भुंतर में 30.7 डिग्री, कलपा में 20.8 डिग्री, धर्मशाला में 26.8 डिग्री, उना में 33.6 डिग्री, नाहन में 28 डिग्री, केलांग में 21.7 डिग्री, पालमपुर में 24.7 डिग्री, सोलन में 28 डिग्री, मनाली में 23.6 डिग्री, कांगड़ा में 29.6 डिग्री, मंडी में 29.4 डिग्री, बिलासपुर में 30.5 डिग्री, हमीरपुर में 29.4 डिग्री, चंबा में 30 डिग्री, डल्हौजी में 19.1 डिग्री, कुफरी में 16.5 डिग्री और जुब्बड़हट्टी में 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया वहीं प्रदेश में बारिश से होने वाली दुर्घटनाओं का दौर जारी है।
शनिवार को प्रदेश में बरसात के कारण हुई दुर्घटनाओं में चार लोगों की मौत हुई है। इनमें एक मौत बिलासपुर में, एक मौत मंडी में और दो मौतें किन्नौर में हुई हैं। ये सभी मौतें सड़क हादसों में हुई हैं। इन मौतों के साथ अब तक बरसात में हुई मौतों का आंकड़ा 453 पहुंच गया है। शिमला में कुल 66 मौते मॉनसून सीजन में हुई हैं। बिलासपुर में 24, चंबा 57, हमीरपुर 22, कांगड़ा 36, किन्नौर 54, कुल्लू 35, लाहुल-स्पीति 29, मंडी 38, सिरमौर 31, सोलन 34 व ऊना में 27 मौते हुई हैं।
बरसात से प्रदेश को 1135 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। सबसे ज़्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है। बरसात ने 686 करोड़ बहाए हैं। इसके अलावा आईपीएच विभाग को 326 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। बिजली विभाग को 608 लाख, स्वास्थ्य विभाग को 60 लाख, ग्रामीण विकास विभाग को 304 लाख ओर शहरी विकास विभाग को 10 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है।