मुख्यमंत्री से मिलने से रोका तो महिला ने गोद में लिए बच्चे को फेंका, जानिए पूरा मामला
सागर में कुशवाहा समाज के महासम्मेलन एवं सम्मान कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान पहुंचे थे। इस दौरान इस महिला अपने बच्चे की समस्या को लेकर उनसे मिलना चाहती थी। जब पुलिसकर्मियों ने महिला को सीएम से मिलने से रोका तो महिला को गुस्सा आ गया।
सागर। मध्य प्रदेश के सागर में सीएम शिवराज सिंह चौहान की एक सभा में उस वक्त हंगामा हो गया, जब एक महिला ने अपनी गोद में लिए बच्चे को इसलिए फेंक दिया क्योंकि पुलिसकर्मियों ने उसे सीएम से मिलने से रोक दिया। ये महिला हर हालत में सीएम से मिलना चाहती थी और उन्हें अपनी समस्या बताना चाहती थी लेकिन जब पुलिसकर्मियों ने उसे रोका तो महिला को गुस्सा आ गया और उसने अपने बच्चे को फेंक दिया। हालांकि बच्चा सुरक्षित है। सीएम शिवराज को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने महिला को बुलाया और उसकी समस्या को सुनकर संबंधित निर्देश दिए।
क्या है पूरा मामला
सीएम शिवराज आज सागर में कुशवाहा समाज के महासम्मेलन एवं सम्मान कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। सभा के खत्म होने पर सीएम जाने वाले थे, इसी दौरान सभा में बैठी एक महिला ने अपने बच्चे को दूर फेंक दिया। ये वाकया सामने आते ही हंगामा हो गया। जिसके बाद सीएम ने महिला को मंच पर बुलाया और उसकी समस्या सुनी।
दरअसल ये महिला अपने बच्चे का इलाज करवाने के लिए शासन से मदद मांगने आई थी। लेकिन जब उसने देखा कि सीएम सभा खत्म करके जा रहे हैं तो महिला को गुस्सा आ गया और उसने अपना बच्चा फेंक दिया।
सहजपुर के रहने वाले मुकेश पटेल और उनकी पत्नी ने बताया कि वो अपने बच्चे की बीमारी को लेकर परेशान थे। उन्हें कोई भी मदद नहीं मिल रही थी। सीएम से मदद के लिए आज वह उनसे मिलने आए थे। जब उन्हें रोका गया और मदद की उम्मीद टूटी तो उन्होंने गुस्से में बच्चे को फेंक दिया।