यदि आप भी पब्लिक टॉयलेट यूज़ करते हैं, तो हो जायें सावधान
पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल हम मजबूरी में ही करते हैं। कारण है कि ज्यादातर पब्लिक टॉयलेट साफ-सुथरे नहीं होते। जो साफ दिखते हैं वहां भी काफी मात्रा में बीमारी फैलाने वाले कीटाणु मौजूद होते हैं। ऐसे में अव्वल तो इनका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए लेकिन अगर इस्तेमाल करना मजबूरी ही है तो भी डरने की जरूरत नहीं। बस इसके इस्तेमाल से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें तो बैक्टीरिया से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। आइए, जानते हैं कि वे कौन सी बाते हैं-
1. सबसे पहले तो पब्लिक टॉयलेट के दरवाजे को खोलते समय सावधानी बरतें। यहीं से आप बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकते हैं। इससे बचने के लिए टिशू पेपर से दरवाजा खोलें। इसके अलावा हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
2. टॉयलेट सीट पर भी बहुत ज्यादा मात्रा में किटाणु पाए जाते हैं। ऐसे में सीट पर बैठने से पहले उसे टॉयलेट पेपर से अच्छी तरह से साफ कर लें। इसके अलावा सीट कवर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। ये छोटे पैक्स के रूप में फार्मेसी स्टोर पर मिलते हैं।
3. टॉयलेट के बाद फ्लश बटन को हाथ से न दबाएं। कई लोगों का हाथ लगने की वजह से उस पर काफी मात्रा में किटाणु होने की संभावना होती है। इसलिए इसे दबाने के लिए भी टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करें।
4. फ्लश करने के बाद तुरंत टॉयलेट से बाहर चले जाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि फ्लश की स्पीड बहुत तेज होती है। ऐसे में किटाणुओं के आपके श्वांसनली तक पहुंचने की संभावना होती है। ऐसे में या तो फ्लश करते ही आप टॉयलेट से बाहर आ जाएं या फिर टॉयलेट सीट को बंद कर दें।
5. अंदर से दरवाा खोलने के लिए भी टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करें। दरवाजे के अंदर वाले हैंडल पर बाहर वाले से ज्यादा किटाणु मौजूद होते हैं।
6. सब कुछ करने के बाद लिक्विड हैंड वाश से अच्छी तरह से हाथ धोएं। ज्यादातर बीमारियां हाथ ठीक से न धुलने की वजह से होती हैं।
7. हाथ धुलने के बाद टिशू पेपर से हाथ पोंछ लें। हैंड ड्रायर का इस्तेमाल करने से बैक्टीरिया आपके हाथों से चिपक जाते हैं। ऐसे में बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है।