Breaking NewsUttarakhand

युवक और युवती ने फांसी लगाकर दे दी जान, ये थी वजह

देहरादून। राजधानी देहरादून में एक युवक और युवती ने बुधवार को फांसी लगाकर जान दे दी। दोनों कुछ ही दिनों में शादी के अटूट बंधन में बंधने जा रहे थे। जानकारी के अनुसार किसी बात पर मंगेतर से नाराज युवती ने दोपहर के समय फांसी लगा ली। यह खबर युवक को मिली तो उसने भी मौत को गले लगा लिया।

छह माह पहले ही बेहद खुशनुमा माहौल में दोनों की सगाई हुई थी। इस रिश्ते से दोनों के परिवार वाले भी बेहद खुश थे। लेकिन, बुधवार को यह खुशी गम और आंसुओं में बदल गई। किसी ने सोचा भी नहीं था कि दोनों के रिश्ते का ऐसा दुखद अंत होगा। डालनवाला कोतवाली क्षेत्र में इंदर रोड निवासी सुखमाया और नेहरू कालोनी के नौका दौड़वाला निवासी सूरज थापा की सगाई छह महीने पहले ही हुई थी। सब कुछ ठीक-ठाक था, लेकिन पिछले तीन माह से सुखमाया अपने जीवन साथी के चुनाव को लेकर कुछ परेशान थी।
20190718_094245
बताया जा रहा है कि सूरज को नशे की लत थी और इस बात को लेकर भी सुखमाया नाराज थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सुखमाया और सूरज में किसी बात को लेकर अनबन हो गई थी। बुधवार सुबह उनके रिश्तों में खट्टास और बढ़ गई। सुखमाया ने दोपहर बारह बजे के करीब अपने घर में ही फांसी लगा ली। परिजन सुखमाया को फंदे से उतारकर दून अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत से पूरे परिवार में कोहराम मच गया।
उधर, सुखमाया की मौत की खबर मिलते ही सूरज थापा बदहवास हो गया। इसी हालत में दोपहर करीब तीन बजे उसने भी मौत को गले लगाने का फैसला कर लिया और अपने कमरे में ही दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। घर में उस समय सिर्फ उसकी मां थी। मां कमरे में पहुंची तो बेटे को फंदे से लटका देख चीख पड़ीं।
आसपास के लोगों की मदद से परिजन सूरज को अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। शाम को साढ़े पांच बजे के करीब सूरज के भाई अंकित थापा ने डालनवाला पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे ने बताया कि घटना की सूचना काफी देर से मिली। देर रात ही साफ हो पाया कि दोनों की सगाई हो चुकी थी।
इंदर रोड निवासी सुखमाया ने दो माह पहले भी खुदकुशी का प्रयास किया था। लेकिन, किसी तरह उसकी जान बच गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि सुखमाया अपने जीवन साथी को लेकर असंतुष्ट थी। यह भी बताया गया है कि सूरज थापा की नशे की लत को लेकर वह काफी दुखी थी। सुखमाया ने कई बार सूरज को नशा छोड़ने को कहा था। इसी बात को लेकर उनमें कई बार कहासुनी भी हो गई थी।
सुखमाया और सूरज थापा की मौत से दोनों परिवार सदमे में है। सूरज की मां का तो रोते-रोते बुरा हाल है। अनहोनी के समय सूरज का छोटा भाई अंकित थापा अपने काम पर था, इसलिए वह पुलिस को ज्यादा कुछ नहीं बता पाया। ऐसी ही स्थिति सुखमाया के परिजनों की है। वो भी कुछ ज्यादा नहीं बोल पाए। पुलिस का कहना है कि आज परिवार के नार्मल होने पर उनसे बात कर आत्महत्या के कारण पता लगाया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button