जिंदा जलाई गई युवती ने बयां किया दर्द, जिंदा बची तो भी मार डालेगा आरोपी
मुजफ्फरपुर। दुष्कर्म में नाकाम दरिंदों द्वारा जिंदा जला दी गई युवती पटना के अपोलो बर्न हॉस्पिटल में इलाजरत है। बुधवार की शाम उसने वहां मजिस्ट्रेट अनिता जायसवाल व महिला थानेदार आभा रानी को बयान दर्ज कराया। युवती ने कहा कि “आरोपी राजा मेरे इंटर में पढ़ने के समय से ही पीछे पड़ा था। मैं उससे बात करना नहीं चाहती थी। वह बार-बार मुझ पर दबाव बनाता था। इस बीच मेरी शादी दूसरी जगह तय हो गई। लेकिन, दरिंदे ने सब कुछ तबाह कर दिया। 7 दिसंबर की शाम 7 बजे कपड़ा लाने छत पर गई। वह छत पर पहले से छिपा था। उसने मेरे ऊपर केरोसिन तेल छिड़क कर आग लगा दी। …और अब भी मैं जिंदा बच गई तो वह मार डालेगा…।”
युवती ने बयान में कहा कि “एनसीसी कैंप जाने पर भी वह पीछा करता था। इसे 32 बिहार बटालियन एनसीसी के सीओ भी जानते थे। सीओ सर पूछे थे कि कौन लफंगा परेशान करता है। मैं जब बात नहीं करती थी तो वह गंदी-गंदी गाली देता था। मैं जानती थी कि मैं बात नहीं करूंगी तो वह मेरे परिवार वालों को भी मार डालेगा। फिर भी मैं बात नहीं करती थी।”
महिला थानेदार के पूछने पर कि उस शाम क्या हुआ? जख्मी युवती ने कहा कि “छत पर मांसाहार बनाने के लिए चूल्हा है। वहीं केरोसिन रखा रहता है। पीछे से राजा ने मुझ पर तेल फेंका और आग लगा दी। उसके साथ एक और लड़का था, जिसे मैं नहीं जानती। उस समय मैं नायलन के कपड़े पहनी थी। छत पर ही टंकी के पास बहुत पानी था। मैं वहां छटपटा रही थी। राजा व उसके साथी ही अस्पताल ले गए। वहां जलने की वजह से किसी ने इलाज नहीं किया तो एक अस्पताल में छोड़ कर भाग गया…।”
वहीं अहियापुर में जिंदा जलाई गई युवती के घर पर पहुंच कर बुधवार को सिटी एसपी ने जायजा लिया। अहियापुर पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे सिटी एसपी ने छत पर उस स्थान को देखा, जहां युवती को जिंदा जलाया गया था। सिटी एसपी को यह जानकारी दी गई कि जिंदा जलने के बाद पानी पटाया गया था। छत पर पानी रहने की वजह से युवती के पिता ने झाड़ू से छत को साफ कर दिया।
सिटी एसपी ने खेत में पहुंच कर फेंके गए जले कपड़ों के टुकड़े भी देखे। मामले में जेल भेजे गए राजा को रिमांड पर लेने की पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। जिंदा जलाई गई युवती के मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। युवती के परिजन का कहना है कि सुबह में सुधार की स्थिति थी। डॉक्टर ने बचने की संभावना भी जताई। लेकिन, शाम 7 बजे के बाद स्थिति खराब होने लगी। बार-बार हिचकी आने लगी।