उत्तराखण्ड में भारी बारिश की चेतावनी

देहरादून। उत्तराखंड में बरसात एक बार फिर कहर बरपा सकती है इसको लेकर मौसम विभाग ने पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है। उत्तराखंड में मानसून के रफ्तार पकड़ने के साथ ही उफान पर आए नदी-नालों का रौद्र रूप भयभीत कर रहा है। मौसम विभाग की मानें तो सूबे में आज से तीन दिन भारी गुजर सकते हैं। नौ जनपदों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। इसके मद्देनजर सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। इसे देखते हुए मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने सभी जिलों को जरूरी एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। सूबे में हल्की से मध्यम वर्षा का क्रम तो पिछले कुछ दिनों से बना हुआ है लेकिन ये कुछ ही क्षेत्रों में हो रही थी। इस बीच 13 जुलाई को मौसम ने करवट बदली और बादलों ने राज्यभर को अपने आगोश में ले लिया। इसी के साथ 13 जुलाई की रात से शुरू हो गया बारिश का सिलसिला। 14 जुला को दिनभर ही कहीं हल्की बारिश तो कहीं मध्यम और कहीं मूसलाधार बारिश होती रही। इसके चलते नदी-नाले उफान पर हैं। अलकनंदा, मंदाकिनी, भागीरथी समेत अन्य नदियों के जल स्तर में बढ़ोत्तरी हुई है। इससे नदियों के किनारे की बसे लोगों की सांसें अटकी हुई हैं।
आज पिथौरागढ़ में हुई भारी बारिश से टनकपुर-तवाघाट नेशनल हाईवे तीन जगह गुडोली, खिरचिना और बंदरलिमा के पास मलबा आने से बंद हो गया। इस कारण कई वाहन फसें हुए है। कैलास मानसरोवर मार्ग खेत के पास, मुनस्यारी-मदकोट-जौलजीबी मार्ग घिंगरानी के पास और थल-डीडीहाट मार्ग पमतोड़ी के पास बंद हैं। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में आज अनेक स्थानों पर मध्यम वर्षा के आसार हैं। यही नहीं, नौ जिलों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जिलों में अगले 72 घंटे कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करने के साथ यह संदेश देने की कोशिश भी की है कि यह घबराने का नहीं बल्कि सर्तक रहने का समय है। भारी बारिश को लेकर पहले से ही अहतियात बरतें जिससे नुक्सान होने से बचाया जा सके।