कांग्रेस ने दिखायी एकजुटता
देहरादून। राज्यसभा चुनाव को लेकर उत्तराखण्ड कांग्रेस ने एकजुटता दिखायी है। इसके लिए सत्ताधारी कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव से एक दिन पूर्व केंद्रीय नेताओंए प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी और पर्यवेक्षक मुकुल वासनिक की मौजूदगी में बैठकों के कई दौर चले और चुनाव जीतने को लेकर रणनीतियों पर गहन चर्चा की गई। इस दौरान मंत्रियोंए विधायकों को एकजुटता का पाठ पढ़ाया गया। बाजी जीतने में कोई कोर कसर बाकी न रह जाए इसके लिए मुख्यमंत्री आवास पर देर शाम चाय पार्टी आयोजित की गई।
शुक्रवार को पहले तो प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी और पर्यवेक्षक मुकुल वासनिक की मौजूदगी में होटल मधुबन में तीन घंटे की मैराथन बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, काबीना मंत्री डॉ. इंदिरा हृदयेश समेत पीडीएफ के तमाम मंत्रियों, विधायकों ने प्रतिभाग किया। राज्यसभा चुनाव से जुड़े हर पहलू पर घंटों गंभीर मंथन हुआ। बेहद गोपनीय अंदाज में हुई बैठक में यह तय किया गया कि सभी मंत्री, एकजुट होकर पार्टी प्रत्याशी प्रदीप टम्टा के पक्ष में मतदान करेंगे। मुख्यमंत्री हरीश रावत काफी समय तक बैठक में खुद उपस्थित रहे। लेकिन बीच में उनके चले जाने के बाद डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कमान संभाली।
दूसरी ओर देर शाम न्यू कैंट रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में एक बार फिर बैठक हुई जिसमें चुनाव को लेकर नए सिरे से रणनीति बनायी गई। चाय के बहाने बुलायी गई इस बैठक में विधायकों को एकजुटता का पाठ पढ़ाने के साथ ही उन्हें यह भी जानकारी दी गई कि आखिरकार किस तरह मतदान करना है ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि न रह जाय।
यदि सूत्रों की मानें तो प्रदेश प्रभारी, केंद्रीय पर्यवेक्षक समेत आला नेताओं को क्रास वोटिंग की भी चिंता सता रही है। इसी के चलते केंद्रीय नेताओं ने मंत्रियों, विधायकों को कई घंटे तक पार्टी के प्रति समर्पण और एकजुटता की घुट्टी पिलायी। हालांकि, मुख्यमंत्री हरीश रावत और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय दोनों क्रास वोटिंग की बात को सिरे से खारिज कर रहे है। प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय का दावा है कि मतदान में हिस्सा लेने वाले सभी मंत्री, विधायक एकजुट हैं।