रियो डि जिनेरियो। भारतीय बैटमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने रियो ओलम्पिक में सिल्वर मेडल जीतकर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। पीवी सिंधु ने बैडमिंटन के महिला एकल के फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारने के बावजूद रजत पदक हासिल करके भारत के लिये रियो ओलंपिक खेलों का 14वां दिन ऐतिहासिक बना दिया।
अन्य खेलों में भारत को हालांकि निराशा ही हाथ लगी। ट्रैक एंड फील्ड में कोई भी भारतीय अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये जबकि कुश्ती में संदीप तोमर पहले दौर में बाहर हो गये और नरसिंह यादव पर खेल पंचाट ने डोपिंग उल्लंघन के कारण चार साल का प्रतिबंध लगा दिया जिसके कारण उन्हें खेल गांव छोड़ना पड़ा। इससे भारत की पदक की उम्मीदों को भी करारा झटका लगा। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने नरसिंह को क्लीन चिट देकर रियो खेलों में भाग लेने की अनुमति दे दी थी लेकिन विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने खेल पंचाट में इस फैसले को चुनौती दी और चार घंटे तक चली सुनवाई के बाद इस पहलवान को बाहर कर दिया गया। सिंधु का अभिनव बिंद्रा के बाद भारत के लिए ओलंपिक इतिहास में सिर्फ दूसरा व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने का
पीवी सिंधु का सपना टूट गया जब उन्हें रियो ओलंपिक की महिला एकल स्पर्धा के फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी मारिन के खिलाफ कड़े मुकाबले में 21-19, 12-21, 15-21 से हारने के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा।सिंधु हालांकि निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (एथेंस 2004) और विजय कुमार (लंदन 2012) तथा पहलवान सुशील कुमार (लंदन 2012) के बाद ओलंपिक में व्यक्तिगत रजत पदक जीतने वाली चौथी भारतीय हैं।
भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी (सिडनी 2000), मुक्केबाज एमसी मैरीकोम (लंदन 2012), बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल (लंदन 2012) और पहलवान साक्षी मलिक (रियो 2016) भारत की ओर से खेलों के महाकुंभ में पदक जीतने वाली महिला खिलाड़ी हैं। सिंधु की इस ऐतिहासिक उपलब्धि से इतर अन्य स्पर्धाओं में भारतीयों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। पहलवान संदीप तोमर कुश्ती प्रतियोगिता के 57 किग्रा भार वर्ग के पहले दौर में रूस के दो बार के विश्व चैंपियन विक्टर लेबदेव से अंकों के आधार पर 3-7 से हारकर बाहर हो गये।
एथलेटिक्स में पैदल चाल में जहां भारतीय एथलीट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के करीब भी नहीं पहुंच पाये वहीं चार गुणा 400 मीटर में पुरूष टीम को डिसक्वालीफाई कर दिया गया जबकि महिला टीम सातवें स्थन पर रहकर फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही। निर्मला शेरोन, टिंटु लुका, एमआर पूवम्मा और एनिल्डा थामस की महिला टीम ने दूसरी हीट में तीन मिनट 29–33 सेकेंड का समय निकाला और वह आठ टीमों के बीच केवल क्यूबा से आगे रही। मोहम्मद कुंजु, मोहम्मद अनस, अयासामी धारून और राजीव अरोकिया की पुरूष टीम ने तीन मिनट 02–24 सेकेंड का समय निकाला लेकिन आखिरी चरण में धारून और राजीव के बीच बैटन को गलत तरीके से देने के कारण टीम को डिसक्वालीफाई कर दिया गया।
पुरूषों की 50 किमी पैदल चाल में एशियाई खेलों में 35वें स्थान पर रहने वाले संदीप कुमार 49 प्रतिभागियों के बीच 35वें स्थान पर रहे। वह स्वर्ण पदक विजेता स्लोवाकिया के माटेज टोथ से 26 मिनट 57 सेकेंड पीछे रहे। संदीप ने तीन घंटे 56 मिनट 22 सेकेंड का समय निकाला। गोल्फ में महिला गोल्फर अदिति अशोक तीसरे दौर में आठ ओवर 79 के लचर प्रदर्शन के साथ संयुक्त 31वें स्थान पर खिसक गई। उनका तीन दिन का स्कोर दो ओवर 215 है और वह पदक की दौड़ से लगभग बाहर हो गयी हैं। भारत की उम्मीदें अब लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त (65 किग्रा) पर टिकी हैं जो खेलों के आखिरी दिन 21 अगस्त को अपनी चुनौती पेश करेंगे। इसी दिन पुरूष मैराथन में भारत के तीन एथलीट नीतेंद्र सिंह रावत, खेता राम और गोपी टोंकवाला भी अपना दमखम दिखाएंगे।