गणपति होंगे उत्तराखण्ड के नए डीजीपी
देहरादून। उत्तराखण्ड के नए पुलिस महानिदेशक को लेकर चल रहा मंथन समाप्त हो गया। एमए गणपति प्रदेश के नए पुलिस मुखिया होंगे। आज शाम केंद्र से मंजूरी के बाद 1986 बैच के आइपीएस गणपति के नाम पर सहमति बन गई। वर्तमान डीजीपी बीएस सिद्धू 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। गणपति एक मई को कार्यभार ग्रहण करेंगे। गणपति हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय में प्रतिनियुक्ति से वापस आए हैं। वे अपनी स्वच्छ छवि और सीधे फैसलों के लिए जाने जाते हैं।
प्रमुख सचिव गृह उमाकांत पंवार ने प्रदेश के नए डीजीपी के रूप में एमए गणपति की नियुक्ति के आदेश जारी किए।
बता दें कि, नए डीजीपी को लेकर दो नामों पर एक माह से मंथन चल रहा था। इनमें 1982 बैच के आइपीएस एसके भगत और 1986 बैच के आइपीएस एमए गणपति शामिल थे। चूंकि, भगत इस समय सीआरपीएफ में प्रतिनियुक्ति पर गए हुए हैं और वहां उन्हें प्रोन्नति भी मिली है, लिहाजा उनके लौटने की संभावनाएं बेहद कम थीं।
इधर, गणपति भी पांच साल की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस मूल कैडर में उत्तराखंड लौट आए। एक सप्ताह पूर्व ही उन्हें अपर पुलिस महानिदेशक से पुलिस महानिदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया। चूंकि, प्रदेश में राष्ट्रपति शासन है तो शासन ने नए डीजीपी के लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी थी।
प्रमुख सचिव गृह उमाकांत पंवार ने बताया कि आज दोपहर केंद्र से अनुमति मिलने के बाद गणपति का नाम फाइनल किया गया। गणपति वर्ष 2009 में गढ़वाल मंडल के पुलिस महानिरीक्षक रहे हैं। वर्ष 2011 में वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए और गृह मंत्रालय में नक्सलवाद से निबटने से संबंधित अहम जिम्मेदारी संभाली। 2002 में उन्हें पुलिस पदक व 2010 में राष्ट्रपति पुलिस पदक भी मिल चुका है।