मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनायेगी भाजपा
नई दिल्ली। अपने नये कार्यक्रम के तहत अब भारतीय जनता पार्टी केन्द्र की मोदी सरकार की दो साल की उपलब्धियों से देश की जनता को रू-ब-रू करवाने जा रही है। गौरतलब है कि आगामी 26 मई को मोदी सरकार अपने शासन के दो साल पूरे कर रही है और ऐसे में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की योजना महीने भर तक एक अभियान चलाने की है जिसमें मंत्री और सांसद सरकार की ‘उपलब्धियां’ गिनाएंगे और साथ ही लोगों को इस बात से भी अवगत कराएंगे कि संसद में कांग्रेस की अगुवाई वाले विपक्ष द्वारा उसके प्रयासों में किस तरह ‘बाधा’ पैदा की गई। आज हुई भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1975 में लगाई गई इमर्जेंसी का मुद्दा उठाया और पार्टी के सांसदों को बताया कि युवा पीढ़ी को 26 जून की इसकी वर्षगांठ पर यह जानकारी दी जानी चाहिए कि कैसे ‘लोकतंत्र को कुचलने’ का प्रयास किया गया और ‘इसके पीछे कौन लोग थे।’
संसदीय मामलों के राज्यमंत्री राजीव प्रताप रूड़ी ने संवाददाताओं को बताया कि इस बैठक में मोदी ने राजग सरकार के दो साल की उपलब्धियों की चर्चा की और कहा कि सभी मंत्री देशभर में 200 ‘मुख्य केन्द्रों’ की यात्रा करेंगे और सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को जानकारी देंगे। रूड़ी ने कहा, ‘ये मंत्री और सांसद लोगों को उन कानूनों व कल्याणकारी उपायों के बारे में अवगत कराएंगे जिन्हें कुछ लोगों द्वारा बाधा खड़ी किए जाने की वजह से संसद में पारित नहीं कराया जा सका और इसके चलते कितना नुकसान हुआ। जनता को उन लोगों के बारे में बताया जाएगा जिन्होंने यह बाधा खड़ी की।’
उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार अपने कई सुधारवादी उपायों में बाधा खड़ी करने का कांग्रेस पर आरोप लगाती रही है। रूड़ी ने कहा कि पार्टी के सांसद अपने निर्वाचन क्षेत्रों में कम से कम एक रात बिताएंगे और आसपास के निर्वाचन क्षेत्रों में लोगों के साथ चर्चा करेंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने इस बारे में भी बात की कि आपातकाल के दौरान ‘लोकतंत्र को कुचलने’ का कैसा प्रयास किया गया और युवा पीढ़ी को इससे अवगत कराए जाने की जरूरत है। इस बैठक में सुब्रमण्यम स्वामी, नवजोत सिंह सिद्धू सहित राज्यसभा में नामित सदस्यों का भी परिचय कराया गया।
बहरहाल अब देखना ये होगा कि भाजपा के इस नये कदम से उसे कितना फायदा मिलता है और आने वाले सालों में होने वाले कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव में वो इस मुददे को लेकर कितने वोट बटोर पायेगी।