योग प्रशिक्षितों की पुलिस से नोकझोक
देहरादून। योग प्रशिक्षितों और पुलिस के बीच सोमवार को तीखी नोकझोक हुई। स्थायी नियुक्ति की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच कर रहे योग प्रशिक्षितों को पुलिस ने कनक चौक पर रोक लिया। 42 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया, हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। योग प्रशिक्षितों ने अब मांग पूरी न होने पर विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है।
योग प्रशिक्षित बेरोजगार महासंघ स्थायी नियुक्ति की माग को लेकर सोमवार को परेड मैदान स्थित धरना स्थल से मुख्यमंत्री आवास कूच को रवाना हुआ। पुलिस ने उन्हें कनक चौक पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की व नोकझोंक भी हुई। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राकेश सेमवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार योग प्रशिक्षितों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।
उनकी नियुक्ति के संबंध में कई बार घोषणाएं की गईं, लेकिन एक भी घोषणा पूरी नहीं हुई। एक ओर अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, वहीं राज्य में लगभग 25 हजार योग प्रशिक्षित बेरोजगार घूम रहे हैं। शिक्षा पर भी प्रति वर्ष लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन योग को शिक्षा में समाहित करने के लिए सरकार के पास कोई नीति नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि योग प्रशिक्षितों को नियुक्ति नहीं दी गई तो वे आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
प्रदर्शन में ललित मोहन, राहुल जोशी, दीप भंट्ट, शंकर सिंह मनराल, श्वेता जोशी, विनोद पुरोहित, सूर्य प्रकाश नौटियाल, भोपाल रावत, नंदन नगरकोटी, संजय कुमार, कविता जोशी आदि उपस्थित रहे।