केरल में सामने आए कोरोना के 23,676 नए मामले, एक्सपर्ट ने जारी किया अलर्ट
तिरुवनंतपुरम। केरल में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने रफ्तार पकड़ ली है जिसे देखते हुए महामारी विशेषज्ञों और हेल्थ एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि यह कोरोना महामारी की तीसरी लहर की शुरुआत हो सकती है। राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के 23,676 नए मामले सामने आए, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34.49 लाख हो गई, जबकि संक्रमण के कारण 148 और मौतें होने के बाद मरने वालों की संख्या 17,103 हो गई। लगातार छह दिनों तक 20,000 से अधिक मामले आने के बाद सोमवार को राज्य में 13,984 मामले आए थे। हालांकि, राज्य के अधिकारियों ने औपचारिक तौर पर तीसरी लहर का ऐलान नहीं किया है।
राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सोमवार से अब तक 15,626 लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, जिससे कुल स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 32,58,310 हो गई है और राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,73,221 हो गई है। पिछले 24 घंटों में 1,99,456 नमूनों की जांच की गई और संक्रमण दर 11.87 प्रतिशत रही। अब तक 2.77 करोड़ नमूनों की जांच की जा चुकी है। विज्ञप्ति में कहा गया कि नए मरीजों में 114 स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में फिलहाल 4,66,154 लोग निगरानी में हैं।
महामारी विशेषज्ञों और हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि राज्य में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान प्रतिदिन 12,000-14000 केस आते थे लेकिन पिछले हफ्ते से यहां केसों की संख्या बढ़ी है। अब प्रतिदिन 20,000 से 22,000 केस आ रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोरोना केसों की बढ़ती संख्या तीसरी लहर के आने की शुरुआत हो सकती है। हमें और भी ज्यादा सतर्क रहने की अब जरुरत है। यहां जनसंख्या काफी है और सरकार को नए कोरोना केसों से डील करने के लिए लंबी रणनीति बनानी होगी।
एक्सपर्ट्स ने बताया कि देश में जितने भी कोरोना के केस हैं उनमें से 51 फीसदी केरल में हैं। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने स्वीकार किया है कि अभी राज्य कोरोना की दूसरी लहर से उबर नहीं पाया है लेकिन उसे तीसरी लहर से निपटने की तैयारी अभी से करनी होगी। उन्होंने कहा, ‘तीसरी लहर में अस्पतालों में और ज्यादा मरीज आएंगे। इसे भांपते हुए सरकार अस्पतालों की सुविधाएं बढ़ा रही है। अस्पतालों में और ऑक्सिजन यूनिट लगा रही है।’