फिर उजागर हुयी रेलवे प्रशासन की लापरवाही
देहरादून। खतौली में ट्रैक के नट-बोल्ट खुले होने के चलते हुए भीषण रेल हादसे को अभी ज्यादा समय भी नहीं बीता है कि देहरादून के डोईवाला स्टेशन पर रेलवे प्रशासन की लापरवाही फिर उजागर हो गई। वो तो शुक्र रहा कि ट्रैक के पास से गुजर रहे दो लोगों ने नट-बोल्ट खुले देख सूझबूझ का परिचय देते हुए तत्काल रेलवे प्रशासन को सूचित कर दिया, वरना कोई हादसा हो सकता था। समय से सूचना मिलने पर रेलवे प्रशासन ने नट बोल्ट कसकर ट्रैक सुचारू कराया। नट बोल्ट गायब होने की जांच शुरू कर दी गई है।
डोईवाला निवासी राजकुमार अग्रवाल और सुरेंद्र कपूर एक शादी समारोह में शामिल होकर रेल पटरी के रास्ते वापस अपने घर लौट रहे थे। डोईवाला स्टेशन से कुछ ही दूरी पर गुरुद्वारे की ओर से आते वक्त सुरेंद्र और राजकुमार की नजर पटरी पर पड़ी तो उन्हें रेलवे लाइन के दो नट बोल्ट गायब मिले।
उन्होंने तत्काल इस बात की सूचना रेलवे स्टेशन पर कार्यरत कर्मचारियों को दी। रेलवे स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो शिकायत सही पाई गई। कर्मचारियों ने तत्काल नट-बोल्ट लाकर कस दिए। डोईवाला स्टेशन मास्टर मुन्ना सिंह राठौर ने बताया कि रेल की पटरी के साइड में ईपीडी बॉक्स लगा होता है।
यह ट्रेन की सही सही जानकारी उपलब्ध कराता है कि ट्रेन प्लेटफार्म पर है या निकल गई। ईपीडी को सपोर्ट करने वाली प्लेट के नट-बोल्ट गायब थे, जिसकी सूचना दो लोगों ने दी थी। तत्काल ही कर्मचारियों को भेजकर नट-बोल्ट लगवा दिए गए थे।
वहीं, रेलवे प्रशासन घटना में किसी साजिश से भी इंकार नहीं कर रहा है। यह पता लगाया जा रहा कि नट-बोल्ट कैसे गायब हुए। रेलवे की ट्रैकिंग टीम के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं कि उनकी ट्रैकिंग के वक्त नट-बोल्ट सुरक्षित थे या नहीं।