मुख्यमंत्री ने की ऊधमसिंह नगर के विधानसभा क्षेत्रों की समीक्षा
देहरादून। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग कर ऊधमसिंह नगर के समस्त विधानसभा क्षेत्रों में की गई घोषणाओं की समीक्षा की। इस दौरान सीएम ने विधायक सौरभ बहगुणा की शिकायत पर विभिन्न निर्माण कार्यों की गुणवता में गिरावट की खबरों का संज्ञान लिया और कार्रवार्इ के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि रुद्रपुर, काशीपुर, जसपुर, किच्छा, खटीमा, बाजपुर, सितारगंज और गदरपुर के सुनियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान पर काम किया जा रहा है। पहले चरण में जीएसआइ आधारित बेस मैपिंग सर्वे के लिए फर्म का चयन कर कार्यादेश जारी कर दिया गया है। सितारगंज विधायक सौरभ बहुगुणा की शिकायत पर सितारगंज क्षेत्र में विभिन्न निर्माण कार्यों की गुणवता में गिरावट को लेकर सीएम ने जांच के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि सितारगंज के शक्तिफार्म और राज्य के अन्य स्थानों में 108 एम्बुलेंस सेवा पर्याप्त संख्या में प्रारंभ कर दी जाएगी, वर्तमान में एम्बुलेंस सेवा पर तीव्र गति से कार्य चल रहा है।
सीएम ने गदरपुर के हैपिटाईटिस से शत-प्रतिशत प्रभावित कनकटा और चंदानगर गांवों में बीमारी के कारणों के अध्ययन के आदेश जिलाधिकारी को दिए। मुख्यमंत्री ने इन गांवों की पेयजल व्यवस्था का भी संज्ञान लिया। इसके साथ ही यूपीआरएनएन द्वारा छतरपुर से बिन्दुमोड़ा तक सड़क निर्माण का कार्य न किए जाने और छह करोड़ रुपए का भुगतान होने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने मामले की तत्काल जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी निर्माण कार्य यूपीआरएनएन के स्थान पर स्थानीय एंजेसियों, लोक निर्माण विभाग से करवाने पर विचार की बात कही। बैठक में सीएम ने जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर से जिले में अस्पतालों की स्थिति, बरसात के मौसम को देखते हुए मरीजों की संख्या, दवाईयों की पर्याप्त आपूर्ति, सांप द्वारा काटने की दुर्घटनाओं और एंटी वेनम दवाईयों की आपूर्ति की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बरसात के मौसम को देखते हुए चिकित्सा तंत्र विशेष रूप से सर्तक और सक्रिय रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खटीमा और आसपास के वन क्षेत्रों में रहने वाली शान्तिप्रिय वनरावत जनजाति के लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिले। साथ ही उनकी संस्कृति का संरक्षण भी हो, इस दिशा में सरकार व प्रशासन को विशेष ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री ने जनजातियों के वनाधिकारों को मजबूत करने की बात भी कही।बैठक में जानकारी दी गई कि रुद्रपुर, काशीपुर, भीमताल, भवाली सहित आसपास के आठ शहरों के कूड़ा निपटान के लिए क्ल्स्टर अप्रोच अपनाते हुए एक ही ट्रंचिंग ग्राउंड का निर्माण किया जाएगा। बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में विभिन्न निर्माण कार्यों पर तेज गति से कार्रवार्इ की जा रही है।
ज्यादातर काम जून 2019 तक पूरे कर लिए जाएंगे। खटीमा में ग्राम बरी अंजनिया व टैडाघाट के बीच लोहिया नाले के मार्ग का निर्माण, कुटरा चैराहे से अलविदी तक जोडने वाले मार्ग का पुनः निर्माण कार्य, ग्राम चटिया फार्म में स्कूल से शिव मन्दिर तक मार्ग निर्माण कार्य जून 2019 तक पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही कर्इ अन्य मुद्दों को लेकर भी चर्चा की गर्इ। बैठक में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, यशपाल आर्य, अरविन्द पाण्डेय, विधायक राजकुमार ठुकराल, सौरभ बहुगुणा, राजेश शुक्ला, पुष्कर सिंह धामी, डा. प्रेम सिंह, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी समेत समस्त जिला प्रशासन उपस्थित था।